इस हेल्थकेयर Startup ने जुटाए करीब ₹8 करोड़, किडनी की बीमारियों का इलाज करता है ये इंस्टीट्यूशन
कोलकाता के स्टार्टअप नेफ्रोकेयर इंडिया (Nephrocare India) ने हाल ही में 8.08 करोड़ रुपये जुटाए हैं. यह एक कॉम्प्रिहेंसिव रीनल केयर इंस्टीट्यूशन (Renal Care Institution) है, जिसने प्री-आईपीओ राउंड के तहत ये फंडिंग (Funding) जुटाई है.
कोलकाता के स्टार्टअप नेफ्रोकेयर इंडिया (Nephrocare India) ने हाल ही में 8.08 करोड़ रुपये जुटाए हैं. यह एक कॉम्प्रिहेंसिव रीनल केयर इंस्टीट्यूशन (Renal Care Institution) है, जिसने प्री-आईपीओ राउंड के तहत ये फंडिंग (Funding) जुटाई है. कंपनी इस फंडिंग के जरिए अपने बिजनेस को बढ़ाने की प्लानिंग कर रही है.
इस फंडिंग राउंड में कई दिग्गज निवेशकों ने हिस्सा लिया है, जिनमें एचडीएफसी के पूर्व चेयरमैन दीपक पारेख, एचडीएफसी सिक्योरिटीज के चेयरमैन भरत शाह समेत Macleods Pharmaceuticals के फाउंडर और एमडी राजेंद्र अग्रवाल ने भी हिस्सा लिया है.
Nephrocare India का टारगेट मार्च 2026 तक पूरे देश में 22 हाई-एंड किडनी केयर फैसिलिटीज बनाने का है. कंपनी ने एक बयान में कहा है कि 4 सेंटर इसी साल के अंत तक ऑपरेशनल हो जाएंगे. अगले 8-10 सालों में कंपनी पूरे देश में करीब 300 नेफ्रोकेयर सेंटर बनाना चाहती है. कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि भारत में किडनी केयर यूनिट्स की बहुत ज्यादा जरूरत है और इसकी डिमांड भी बहुत है.
भारत में करीब 7 करोड़ मरीज किडनी की गंभीर बीमारियों से ग्रसित हैं. वहीं पूरे देश में सिर्फ 12,881 Haemodialysis सेंटर हैं. ऐसे में सही इलाज तक लोगों की पहुंच लिमिटेड हो गई है. हर 11 में से एक शख्स को किडनी की बीमारी होने की आशंका है, जिसकी एक बड़ी वजह डायबिटीज और हाइपरटेंशन है. भारत को वैसे भी डायबिटीज की राजधानी कहा जाता है.