इंश्योरेंस स्टार्टअप (Startup) एको (Acko) ने वित्त वर्ष 2023-24 में 670 करोड़ रुपये का घाटा (Acko Loss) दर्ज किया है. इससे पिछले वित्त वर्ष यह आंकड़ा 738 करोड़ रुपये था. वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी का खर्च 2,830 करोड़ रुपये रहा. इसमें सालाना आधार पर 11.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी का कुल खर्च 2,535 करोड़ रुपये था.

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वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी के कुल खर्च में क्लेम की हिस्सेदारी 29.3 प्रतिशत या 830 करोड़ रुपये थी. इसके बाद विज्ञापन और प्रमोशन कंपनी का दूसरा सबसे बड़ा खर्च था, जिस पर कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष में 563 करोड़ रुपये खर्च किए थे. इसके बाद कर्मचारियों को दिए जाने वाले फायदे, एजेंट्स को कमीशन, रिइंश्योरेंस प्रीमियम, आईटी, कानूनी और पेशेवर फीस और अन्य मदें भी कंपनी की लागत का हिस्सा थी.

वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी की आय सालाना आधार पर 19.8 प्रतिशत बढ़कर 2,106 करोड़ रुपये हो गई है, जो कि वित्त वर्ष 2022-23 में 1,758 करोड़ रुपये थी. कंपनी की कुल आय में ग्रॉस इंश्योरेंस प्रीमियम की हिस्सेदारी 73.35 प्रतिशत है. पिछले वित्त वर्ष यह सालाना आधार पर 33.9 प्रतिशत बढ़कर 1,587 करोड़ रुपये हो गई है.

इसके अलावा सर्विस कॉन्ट्रैक्ट्स, रिइंश्योरेंस से रिकवरी, कमीशन और निवेश से मिलने वाली ब्याज भी कंपनी की आय का मुख्य सोर्स थी. नुकसान के कारण कंपनी का रिटर्न ऑन इन्वेस्टेड कैपिटल (आरओसीई) नकारात्मक बना हुआ है. वित्त वर्ष 2023-24 में यह -35.23 प्रतिशत था. यह आंकड़ा वित्त वर्ष 2022-23 में -54.98 प्रतिशत था.

वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी ने एक रुपये की आय कमाने के लिए 1.34 रुपये खर्च किए थे. वित्त वर्ष 2022-23 में यह आंकड़ा 1.44 रुपये था. कंपनी के इस वर्ष भी मुनाफे में आने की उम्मीद नहीं है, क्योंकि इस वर्ष की शुरुआत में एको के संस्थापक वरुण दुआ ने कहा कि वित्त वर्ष 2026-27 में कंपनी मुनाफे में आ सकती है.