हेल्थकेयर स्टाफिंग स्टार्टअप (Startup) नोमैड हेल्थ (Nomad Health) ने 17 प्रतिशत कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया (Layoff) है, क्योंकि महामारी के बाद नर्सों और अन्य अस्थाई स्वास्थ्य कर्मियों की मांग कम हो गई है. नोमैड के सह-संस्थापक और सीईओ एलेक्सी नाज़ेम ने फोर्ब्स से पुष्टि की कि कर्मचारियों की संख्या 691 से घटकर 572 हो गई है. नाज़ेम ने कर्मचारियों को एक ईमेल में लिखा, "हेल्थकेयर स्टाफिंग बाजार मात्रा और कीमत दोनों में अनुमान से कहीं अधिक तेज गति से कम हो रहा है."

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

प्रभावित कर्मचारियों को न्यूनतम छह सप्ताह का मूल वेतन और एक महीने का भुगतान स्वास्थ्य बीमा कवरेज विच्छेद के रूप में मिलेगा. नोमैड कर्मचारियों को कार्यालय लैपटॉप रखने और नौकरी विस्थापन सेवाएं प्रदान करने की भी अनुमति दे रहा है. कोरोना काल के दौरान कंपनी में बहुत सारे लोगों की जरूरत थी, जिसके चलते बड़ी मात्रा में हायरिंग की गई थी, लेकिन अब कम लोगों की जरूरत है, जिसके चलते छंटनी की जा रही है.

सीईओ नाजेम ने कहा,“हमने इस नतीजे से बचने के लिए बहुत कोशिश की है. हमने गैर-कार्मिक संबंधी खर्चों में कटौती की है. नोमैड प्रबंधन टीम के सभी लोगों ने वेतन में भी कटौती की है.” 2015 में स्थापित, अमेरिका स्थित नोमैड हेल्थ ने आज तक इक्विटी और ऋण वित्तपोषण में 200 मिलियन डॉलर से अधिक जुटाए हैं. नाज़ेम ने कहा कि नोमैड हेल्थ "पूरे बाज़ार की तुलना में बहुत तेज़ी से बढ़ा."

फंडिंग विंटर के चलते हो रही छंटनी

स्टार्टअप ईकोसिस्टम (Startup Ecosystem) के लिए यह साल कितना बुरा साबित हुआ है, इसका अंदाजा फंडिंग से जुड़ी ताजा रिपोर्ट से ही लग रहा है. 2023 की तीसरी तिमाही यानी जुलाई-सितंबर में स्टार्टअप्स को पिछले 5 सालों में सबसे कम फंडिंग मिली है. मार्केट इंटेलिजेंस फर्म Tracxn के अनुसार इस दौरान स्टार्टअप्स को सिर्फ 1.5 अरब डॉलर की फंडिंग मिली है. अगर पिछले साल की इसी अवधि की बात करें तो उसकी तुलना में साल-दर-साल के आधार पर स्टार्टअप फंडिंग (Startup Funding) में करीब 54 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. वहीं पिछली तिमाही की तुलना में फंडिंग में करीब 29 फीसदी की गिरावट आई है. 

Tracxn- India Tech Quarterly Funding Report के अनुसार अगर पिछले साल की इसी तिमाही से तुलना करें तो लास्ट-स्टेज राउंड की फंडिंग में 33 फीसदी की गिरावट देखी गई है. वहीं अर्ली-स्टेज फंडिंग में 74 फीसदी की गिरावट आई है. इसके अलावा सीड-स्टेज फंडिंग में 75 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है. इस साल की तीसरी तिमाही में सिर्फ 5 फंडिंग राउंड ऐसे हुए हैं, जो 100 मिलियन डॉलर से बड़े रहे हैं. इसमें Perfios, Zepto, Ola Electric, Ather Energy और Zyber 365 जैसी कंपनियां शामिल रही हैं. इनमें सबसे ज्यादा फंडिंग Perfios को सीरीज डी राउंड में 229 मिलियन डॉलर की फंडिंग मिली है. 

(IANS से इनपुट के साथ)