Jammu and Kashmir Vande Bharat Train: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को केंद्र सरकार द्वारा गठित जम्मू नई रेल डिवीजन का वर्चुअली उद्घाटन किया. कश्मीर को ऑल वेदर कनेक्टिवटी सुनिश्चित करने को लेकर रेलवे लाइन, चेनाब ब्रिज के बाद अब रेलवे की घाटी में वंदे भारत ट्रेन की तैयारी है. घाटी के ठंडे मौसम, भारी बर्फबारी में भी चलती रहे ट्रेन इसके लिए रेक में कई अहम बदलाव किए गए हैं. रेलवे ने घाटी की जलवायु परिस्थितियों के अनुकूल वंदे भारत ट्रेन को बनाया है. 

-10 डिग्री सेल्सियस में भी मिलेगी गर्मी

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रेलवे के मुताबिक वंदे भारत ट्रेन में माइनस 10 डिग्री सेल्सियस में ट्रेन के अंदर बैठे यात्रियों को ठंडक नहीं गर्मी का एहसास होगा. ट्रेन के अंदर से लेकर वॉशरूम तक में हीटर लगा हुआ है. लोको पायलट के सामने तीन लेयर विंडशील्ड है जो बर्फबारी और पत्थर को भी झेल जाए.साथ ही विंड शील्ड पर लगे वाइपर से गर्म पानी निकलेगा ताकि सामने भाप, बर्फबारी के दौरान विंडशील्ड पर बर्फ नहीं जमने पाए.

हीटेड प्लंबिंग पाइपलाइन समेत एडवांस हीटिंग सिस्टम

सिलिकॉन हीटिंग पैड पानी की टंकियों और बायो-टॉयलेट टैंकों को जमने से रोकते हैं, साथ ही ओवरहीट प्रोटेक्शन सेंसर सुरक्षा और विश्वसनीयता सुनिश्चित करते हैं. हीटेड प्लंबिंग पाइपलाइन स्व-विनियमित हीटिंग केबल पानी को जमने से रोकते हैं, जिससे सब-जीरो तापमान में भी सुचारू संचालन सुनिश्चित होता है. वैक्यूम सिस्टम और शौचालयों के लिए गर्म हवा प्रदान करते हैं. प्लंबिंग लाइनों में ड्रेनिंग सिस्टम लगे होते हैं, ताकि स्टैबलिंग के दौरान जमने से रोका जा सके.

लुकआउट ग्लास में डीफ्रॉस्टिंग के लिए हीटिंग एलिमेंट 

ड्राइवर के फ्रंट लुकआउट ग्लास में डीफ्रॉस्टिंग के लिए हीटिंग एलिमेंट शामिल हैं, जो कठोर सर्दियों की परिस्थितियों में साफ विजन सुनिश्चित करते हैं. एंटी-स्पॉल लेयर चरम मौसम या अप्रत्याशित घटनाओं के दौरान ड्राइवर को प्रभावों से बचाने के लिए जोड़ा गया. इसके अलावा  एयर ड्रायर सिस्टम हीटिंग यह सुनिश्चित करता है कि एयर ब्रेक सिस्टम ठंडी परिस्थितियों में भी बेहतर तरीके से काम करे. आपको बता दें कि नए जम्मू रेलवे डिवीजन में पठानकोट से जोगिंद्रनगर नैरोगेज सेक्शन, पठानकोट से बटाला और पठानकोट से भोगपुर तक के एरिया को शामिल किया गया है.

नए रेल डिवीजन के गठन से रेलवे कर्मचारियों को भी लाभ मिलेगा। पहले,कर्मचारियों को फिरोजपुर जाकर अपना काम निपटाना पड़ता था, जो पठानकोट से करीब 100 किलोमीटर दूर था. अब, नई डिवीजन के गठन के बाद कर्मचारी जम्मू में ही अपने काम को निपटा सकेंगे, जिससे समय और पैसे की बचत होगी. इसके अलावा, नई डिवीजन के गठन से कर्मचारियों के लिए प्रमोशन के अवसर भी उपलब्ध होंगे.