VPF: वॉलेंटरी प्रोविडेंट फंड क्या है? कैसे होता है निवेश, PF से अलग नहीं, फिर भी ज्यादा फायदेमंद है ये स्कीम
Voluntary Provident fund: EPF से अलग VPF में कंट्रीब्यूशन पर ज्यादा फायदा मिलता है. क्योंकि, यह निवेश की कोई सीमा नहीं है. हालांकि, 2.5 लाख से ऊपर निवेश के ब्याज पर टैक्स लगता है.
Voluntary Provident fund: नौकरीपेशा के लिए प्रोविडेंट फंड (Provident fund) काफी काम का है. इसमें कर्मचारी अपनी सैलरी से हर महीने एक हिस्सा निवेश करता है. वहीं, एम्प्लॉयर भी उतना ही हिस्सा कर्मचारी के खाते में जमा करता है. लेकिन, एक ऑप्शन और है जिससे प्रोविडेंट फंड (EPF) में डबल फायदा लिया जा सकता है. वॉलेंटरी प्रोविडेंट फंड (Voluntary Provident fund) एक तरह से प्रोविडेंट फंड ही है. लेकिन इसके नियम, लिमिट और शर्तें PF अलग हैं.
VPF में बेसिक का 100 फीसदी तक जमा कर सकते हैं
प्रोविडेंट फंड में कर्मचारी की बेसिक सैलरी+DA का 12-12 फीसदी जमा होता है. नियोक्ता (Employer) के 12 फीसदी योगदान में से 8.33 फीसदी इंप्लॉई पेंशन स्कीम (Employee pension scheme, EPS) में जाता है. अगर कर्मचारी अपनी इनहैंड सैलरी को कम रखकर भविष्य निधि (EPF) में योगदान बढ़ाना चाहे तो इस ऑप्शन को ही वॉलेंटरी प्रोविडेंट फंड (VPF) कहते हैं. VPF में कर्मचारी अपनी सैलरी से 100 फीसदी तक भी जमा कर सकता है.
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कैसे होता है निवेश?
VPF का फायदा लेने के लिए कर्मचारी को अपनी कंपनी के HR से संपर्क करना होगा. अगर कंपनी VPF की सुविधा देती है तो HR विभाग कंपनी की पॉलिसी के मुताबिक आपका निवेश शुरू कर देगा. आमतौर पर VPF अकाउंट को कर्मचारी के मौजूदा EPF अकाउंट से अटैच कर दिया जाता है. सभी प्रक्रिया पूरी होने के बाद कर्मचारी का VPF योगदान शुरू हो जाएगा. हालांकि, इसकी शुरुआत वित्त वर्ष शुरू होने पर ही कर सकते हैं. VPF में जमा होने वाले पैसे को हर साल बढ़ाया घटाया जा सकता है. हालांकि, VPF के तहत एम्प्लॉयर अपने कंट्रीब्यूशन बढ़ाने के लिए बाध्य नहीं है.
क्या VPF पर टैक्स लगता है?
VPF पर लोन भी लिया जा सकता है. बच्चों के एजुकेशन, होम लोन, बच्चों की शादी जैसे खर्च के लिए भी इससे लोन लिया जा सकता है. हालांकि, नए नियम के तहत एक वित्त वर्ष में अगर EPF और VPF का योगदान मिलाकर 2.5 लाख से ज्यादा होता है तो एडिशनल अमाउंट पर ब्याज के रूप में जो कमाई होगी, वह टैक्स के दायरे में आएगी. मतलब अगर आपने 3 लाख रुपए सालाना जमा किया है तो 50 हजार पर ब्याज से जो कमाई होगी उस पर आपकी टैक्स स्लैब की दर से टैक्स लगेगा.
क्या हैं VPF फायदे?
- VPF खाते पर भी EPF जितना ही ब्याज मिलता है.
- VPF पर आयकर कानून के सेक्शन 80C के तहत टैक्स डिडक्शन का फायदा मिलता है.
- EPF की तरह ही VPF खाते में किया गया निवेश भी EEE कैटेगरी में आता है, यानी इसमे निवेश, उस पर मिलने वाला ब्याज और मैच्योरिटी पर मिलने वाला पैसा पूरी तरह टैक्स फ्री है.
- VPF खाते की जानकारी भी EPFO की वेबसाइट पर देखी जा सकती है.
- पैसों की निकासी के लिए ऑनलाइन क्लेम किया जा सकता है.
- EPF की तरह VPF अकाउंट का भी लॉक इन पीरियड होता है, जो कर्मचारी का रिटायरमेंट या इस्तीफा (दोनों में जो पहले हो) पर ही होता है.
- VPF खाते से रकम की आंशिक निकासी के लिए खाताधारक का पांच साल नौकरी करना जरूरी है. ऐसा नहीं होने पर टैक्स कटता है.
- VPF की पूरा पैसा सिर्फ रिटायरमेंट पर ही निकाला जा सकती है.
- नौकरी बदलने पर VPF फंड को भी EPF की तरह ट्रांसफर किया जा सकता है.
05:51 PM IST