क़िस्सा-ए-कंज्यूमर : इंटरनेशनल कॉल वाले फ्रॉड से सावधान
अजीब-अजीब नंबरों से आने वाली मिस्ड कॉल जरूरी नहीं कि दोस्त या रिश्तेदार की हो? ये नंबर दिमाग को उलझा के रखते हैं. इस कॉल बैक के साथ ही हम दे देते हैं मुसीबत को न्योता.
पिछले हफ्ते एक अजीज मित्र ने फोन किया. बोले - 'यार, कुछ दिनों से अजीब-अजीब नंबरों से फोन आ रहे हैं. दिन में कई-कई बार. कभी उठाते-उठाते कट जाता है. कभी हैलो-हैलो करो तो आवाज नहीं आती. दिक्कत ये है कि ये नंबर ट्रूकॉलर से भी ट्रेस नहीं हो रहे, कुछ समझ में नहीं आता चक्कर क्या है.' मैंने पूछा- 'नंबर किस तरह के होते हैं ?' बोले- 'सारे अननोन नंबर हैं. वो भी इंटरनेशनल. कोई नंबर +36 से शुरू होता है तो कोई +284 से. कभी-कभी तो स्क्रीन पर सिर्फ +5044 या +501 दिखता है.' मैंने उन्हें 3 बातें कहीं. पहली- ऐसी कोई भी कॉल रिसीव नहीं करनी है, दूसरी- उन नंबरों पर कॉल बैक नहीं करना है और तीसरी- नंबरों को ब्लॉक कर देना है. सिर्फ इतना करने से उनकी दिक्कत तो कुछ दिनों में दूर हो गई, लेकिन आपके लिए जानना जरूरी है कि आखिर ये पूरा खेल क्या है. क्योंकि ऐसे फोन आज भी बहुत से लोगों को आते हैं और आज भी काफी लोग इस स्कैम का शिकार बन रहे हैं. तो आखिर क्या है ये इंटरनेशनल कॉल्स का मायाजाल? आइये समझने की कोशिश करते हैं.
मिस्ड कॉल के आगे जाल है!
जब भी हम अपने मोबाइल फोन पर कोई मिस्ड कॉल देखते हैं तो हमारा दिमाग में उसमें अटक जाता है. दिमाग में ढेरों सवाल तैरने लगते हैं. ये कॉल किसने की होगी, क्यों की होगी. कॉल अगर इंटरनेशनल हो तो उलझन और भी बढ़ जाती है. हम सोचते रहते हैं कि कोई दोस्त होगा, रिश्तेदार होगा, मुझे कॉल क्यों आया, कौन रहा होगा? दरअसल हमारे मेलबॉक्स में जब कोई स्पैम मेल आते हैं तब तो समझने के लिए सामने कुछ कंटेंट होता है, लेकिन मिस्ड कॉल में सामने देखने के लिए एक अंजान नंबर के अलावा कुछ नहीं होता. ये नंबर दिमाग को उलझा के रखते हैं. तब तक, जब तक हमने उस नंबर पर कॉल बैक करके बात नहीं कर ली. ये उत्सुकता बहुत स्वाभाविक है. यही वजह है कि देखा गया है कि 100 में कम से कम 1 शख्स ऐसे मिस्ड कॉल को देखकर कॉल बैक जरूर करता है. और इस कॉल बैक के साथ ही हम दे देते हैं मुसीबत को न्योता.