'अगर आपने नहीं भरा ये फॉर्म तो नहीं मिलेगी पेंशन', लोगों को आ रहे ऐसे मैसेज, सरकार ने बताया आपको क्या करना होगा!
हाल ही में भारत सरकार ने यूनिफाइड पेंशन स्कीम की शुरुआत की है. इसके बाद से ही पेंशन को लेकर काफी चर्चाएं हो रही हैं. इसी बीच मौके का फायदा उठाते हुए कुछ स्कैमर्स एक्टिव हो गए हैं और इस बार उन्होंने पेंशन के नाम पर ठगी करने के तरीके सोचने शुरू कर दिए हैं.
हाल ही में भारत सरकार ने यूनिफाइड पेंशन स्कीम की शुरुआत की है. इसके बाद से ही पेंशन को लेकर काफी चर्चाएं हो रही हैं. इसी बीच मौके का फायदा उठाते हुए कुछ स्कैमर्स एक्टिव हो गए हैं और इस बार उन्होंने पेंशन के नाम पर ठगी करने के तरीके सोचने शुरू कर दिए हैं. कुछ लोगों के पास ऐसे मैसेज आ रहे हैं कि अगर आपने ये फॉर्म नहीं भरा तो आपको पेंशन नहीं मिलेगी. ऐसे में लोग इस तरह के स्कैम में फंस रहे हैं.
इस तरह के स्कैम के बारे में जानने के बाद केंद्रीय सरकार की पेंशन को रेगुलेट करने वाली सरकारी संस्था सेंट्रल पेंशन अकाउंटिंग ऑफिस (CPAO) ने जरूरी कदम उठाए हैं. CPAO ने सभी ऑथराइज बैंकों के सेंट्रल पेंशन प्रोसेसिंग सेंटर्स को निर्देश दिया है कि वह पेंशनर्स को इस बारे में बताएं और लोगों को ऐसे फ्रॉड के बारे में जागरूक करें.
कैसे होता है ये फ्रॉड?
फाइनेंशियल सर्विस के तेजी से डिजिटल होने की वजह से ऑनलाइन स्कैम भी स्पीड से बढ़े हैं. ऑनलाइन स्कैम अभी तमाम जगहों पर एक बड़ी समस्या बन गए हैं. CPAO ने बताया है कि इसका फायदा उठाते हुए किस तरह स्कैम हो रहा है. सबसे पहले तो ये ठग तमाम पेंशनधारकों को वाट्सऐप के जरिए एक फॉर्म भेजते हैं. यह ठग खुद को अधिकारी बताते हुए लोगों से उनकी निजी जानकारियां मांगते हैं और कहा जाता है कि अगर ये जानकारी नहीं दी तो उन्हें पेंशन का भुगतान नहीं होगा. अगर कोई वाट्सऐप के जाल में नहीं फंसता है तो इन ठगों की तरफ से लोगों को फोन भी किया जाता है और उनसे ठगी कर ली जाती है.
CPAO ने बताया कैसे बचें ठगी से
सबसे पहले तो आप किसी को भी अपनी निजी जानकारियां जैसे पीपीओ नंबर, बैंक अकाउंट की जानकारी, पासवर्ड या ओटीपी ना दें. CPAO कभी भी आपसे इस तरह की निजी जानकारियां नहीं मांगता है.
अगर कभी आपके पास इस तरह का कोई भी फोन आए तो उस सोर्स को वेरिफाई करें और उसके बाद ही कोई जानकारी दें. लेकिन ध्यान रहे कि उन्हें भी अपनी निजी जानकारियां ना दें, कोई भी ऐसी निजी जानकारियां नहीं पूछता है.
हर स्कैम में एक खास पैटर्न ये देखा गया है कि उसमें लोगों से अर्जेंट में जानकारी मांगी जाती है. अगर आपको कोई फोन या मैसेज आता है तो इस तरह की अर्जेंट जानकारी वाली बातें से बचें. अगर आपको किसी तरह का कोई शक हो तो पहले उसे दूर करें, उसके बाद ही तय करें कि जानकारी देनी है या नहीं.
इस तरह के स्कैम तेजी से बढ़ते जाते हैं, क्योंकि बहुत सारे लोग कभी शर्म के चलते तो कभी डर के मारे इन्हें रिपोर्ट नहीं करते हैं. अगर आपके पास भी इस तरह का कोई मैसेज आए या फोन आए तो उसे तुरंत रिपोर्ट करें.