कॉर्पोरेट इंडस्ट्री में काम करते हैं तो जरूर जानें कॉर्पोरेट हेल्थ इंश्योरेंस के बारे में, क्यों है आपके लिए जरूरी- चेक करें डीटेल्स
अगर आप एक कॉर्पोरेट इंडस्ट्री में काम करते हैं तो आप को भी Corporate Insurance मिला होगा. कॉर्पोरेट इन प्लान से अपने एंप्लॉई को एक सेफ्टी कवरेज देते हैं.
कॉर्पोरेट हेल्थ इंश्योरेस पॉलिसी (Corporate Health Plan) एक तरह का इंश्योरेंस है जो किसी ऑर्गनाइजेशन के तहत काम करने वाले प्रोफेशनल के एक ग्रुप को बीमारी, दुर्घटनाओं और अन्य हेल्थ समस्याओं को कवर करता है. इसलिए कॉर्पोरेट हेल्थ इंश्योरेंस खासतौर से एक ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम है. जिसमें कर्मचारियों के एक ग्रुप को इंश्योर्ड किया जाता है. COVID-19 से पहले कर्मचारियों को हेल्थ इंश्योरेंस देना अनिवार्य नहीं था. हालांकि, कुछ कंपनियों ने कंपनी से जुड़े रहने और टॅाप टैलेंट को आपने पास बनाए रखने के लिए एक बेसिक हेल्थ स्कीम ऑफर की थी. कोविड-19 महामारी के बाद से दुनिया ने देखा है कि कैसे एक हेल्थ प्रॅाब्लम किसी की लाइफ पर खतरनाक असर डाल सकती है. बीमा नियामक (IRDAI) ने इस पर संज्ञान लेते हुए कर्मचारियों के लिए हेल्थ इंश्योरेंस को लेकर मेन्डेट जारी किया है. इसके अनुसार जिन कंपनियों के पास एक्टिव स्टाफ वाला वर्कप्लेस है उन्हें अपने एंप्लॉई को पर्याप्त सम इंश्योर्ड के साथ जरुरी हेल्थ इंश्योरेंस देना होगा.
क्या है कॉर्पोरेट हेल्थ इंश्योरेस पॉलिसी
कॉर्पोरेट हेल्थ इंश्योरेस पॉलिसी एक प्रकार की हेल्थ बीमा पॉलिसी है. जो एंप्लॉयर अपने कर्मचारियों को देता है. ये उन्हें ऑप्टीमम हेल्थ कवर प्रोवाइड करता है जिसकी उन्हें जरुरत है. इसमें आम तौर पर आपके पति या पत्नी और बच्चे शामिल होते हैं. हालांकि कुछ कॉर्पोरेट हेल्थ स्कीम माता-पिता को भी कवरेज देती हैं. आमतौर पर ये एक फिक्स सम इंश्योर्ड प्रदान करता है. जो किसी बीमारी या दुर्घटना की स्थिति में अस्पताल में भर्ती होने के एक्सपेंस को कवर करता है. इसके लिए हॅास्पिटल में भर्ती होने की ड्यूरेशन 24 घंटे से ज्यादा होनी चाहिए. अपने सम इंश्योर्ड को बढ़ाने के लिए आपको एक्सट्रा प्रीमियम का पेमेंट करना होगा. कॉर्पोरेट हेल्थ इंश्योरेंस एम्प्लॅायमेंट कॅान्ट्रैक्ट के एक हिस्से के रूप में आता है. इसलिए हम शायद ही कभी अन्य स्कीम के साथ इसके फायदे और नुकसान की तुलना करने की कोशिश करते हैं. एम्प्लॉयर हेल्थ प्लान बहुत सारे क्लॉज और कैवियट के साथ आते हैं जो किसी इंडिविजुअल या फैमिली फ्लोटर हेल्थ प्लान में नहीं होते हैं.
Corporate Health Plan के फायदें
वेटिंग पारियड
वेटिंग पीरियड की छूट Corporate Health Plan के सबसे बड़े फायदों में से एक है. आमतौर पर दो से चार साल का वेटिंग पारियड पहले से मौजूद बीमारियों, कुछ स्पोसिफाइड मैडिकल कंडीशन और मेटरनिटी बैनिफिट पर लागू होता है. Corporate Health Plan में कर्मचारी को पॉलिसी की शुरुआत से ही कवरेज मिल जाता है.
पहले से मौजूद बीमारियां
कॉर्पोरेट हेल्थ इंश्योरेंस में ज्यादातर क्लेम पहले से मौजूद बीमारियों के बावजूद एक्सेप्ट किए जाते हैं. ये भी एक बड़ा फायदा है,क्योंकि कई इंश्योरर ऐसे मामलों में क्लेम या कवरेज देने से मना कर देते हैं.
नो-मेडिकल चेकअप
सीनियर सिटीजन के लिए भी पॉलिसी प्री मैडिकल जांच के बिना जारी की जाती है. अन्य हेल्थ स्कीम में, आपकी उम्र और पहले से मौजूद मैडिकल कंडीशन के आधार पर प्री-मेडिकल टेस्ट की जरुरत होती है.
प्रीमियम का ख्याल रखा जाता है
प्रीमियम का पेमेंट आपका एम्पलॅायर करता है. अगर आप सम इंश्योर्ड को बढ़ाने या किसी अन्य हेल्थ इंश्योरेंस के साथ इसे टॅाप अप करने का प्लान बनाते हैं. सिर्फ तब ही आपको इसका डिफरेंस पे करना होगा.
Corporate Health Plan लेते समय ध्यान रखें
इसे लेते समय कवरेज का ध्यान रखें. कई इंश्योरेंस कंपनी आपको कवरेज एक्सटेंशन देती हैं. इसके लिए एम्प्लॅाई को अलग से प्लान लेना होता है. इसके साथ ही आपको इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि आपका सम इंश्योर्ड का लेवल हाई नहीं होता है. इसलिए आपको चेक करना चाहिए कि आपका कवरेज लेवल मैडिकल एक्सपेंस के लिए पर्याप्त है. चाहे आपके कॉर्पोरेट हेल्थ इंश्योरेंस प्लान में फैमिली फ्लोटर हेल्थ प्लान मेंशन हो. फिर भी आपको ये चेक करना चाहिए कि फैमिली के कौनसे मैम्बर इस के तहत कवर हैं. इसके साथ ही अगर आप अपनी वर्तमान कंपनी को छोड़ देते हैं तो आपको अभी जो ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस मिल रहा है वो मिलना बंद हो जाएगा.
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