General and life Insurance Company: जनरल और लाइफ इंश्योरेंस की कुछ कंपनियों के लिए बुरी खबर है.  DGGI ने जिस तरह से जनरल इंश्योरेंस कंपनियों के फेक इनवॉइसेस को पकड़ा था. अब उन्होंने अपनी इन्वेस्टीगेशन को आगे बढ़ाते हुए 31 में से 27 जनरल इंश्योरेंस कंपनीयों पर जांच शुरू कर दी है. लेकिन इसमें 3 सरकारी जनरल इंश्योरेंस और SBI जनरल इंश्योरेंस कंपनियां शामिल नहीं है. ये इन्वेस्टीगेशन मेरठ और मुंबई सर्किल कर रही है. 

DGGI कर रही है जांच 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बता दें, इन्वेस्टीगेशन का जो दायरा है वो है इन कंपनियों ने अपने इंश्योरेंस एजेंट्स को फेक इनवॉइस के जरिए ज्यादा कमीशन दी है. क्योंकि जो पैसे हैं वो इंटरमीडिएट को दिया गया है. रिपोर्ट के अनुसार, इंटरमीडिएट ने ये पैसा एडवरटीजमेंट और प्रमोशन के नाम पर लिया है. इंटरमीडिएट जो है वो एक तरह ही सेल्फ कंपनी है, वो इस तरह के काम नहीं करती हैं. ये पैसे Reverse Charge Mechanism (RCM) के जरिए दिए गए थे. 

टैक्स देन दारी है मामला 

इसी के चलते DGGI (Director General of GST Intelligence) की तरफ से जांच की जा रही है. देशभर की 27 बड़ी जनरल इंश्योरेंस कंपनी के खिलाफ इन्वेस्टीगेशन चल रही है. जनरल और लाइफ इंश्योरेंस ने मिलाकर क़रीबन 3000-4000 करोड़ की टैक्स देन दारी बन सकती है.