Income Tax विभाग के बाद अब विमानन मंत्रालय ने दी सफाई, टैक्स चोरी पकड़ने के लिए नहीं हो रहा डिजीयात्रा के डेटा का इस्तेमाल
मंत्रालय ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा- भारतीय टैक्स अथॉरिटीज के साथ डिजीयात्रा के यात्रियों की जानकारी को साझा नहीं किया जाता है.
डिजीयात्रा (DigiYatra) के डेटा का इस्तेमाल करते हुए टैक्स चोरों (Tax Evasion) को पकड़ने की खबरों पर विमानन मंत्रालय ने भी सफाई जारी की है. मंत्रालय ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा- भारतीय टैक्स अथॉरिटीज के साथ डिजीयात्रा के यात्रियों की जानकारी को साझा नहीं किया जाता है. डिजीयात्रा ऐप सेल्फ सॉवरेन आइडेंडिटी मॉडल पर काम करता है, जिसके तहत ट्रैवल से जुड़ी जानकारियां और निजी जानकारियां सीधे यूजर्स के डिवाइस पर स्टोर होती हैं, ना कि किसी सेंट्रल रेस्पोजिटरी के पास.
मंत्रालय ने साफ कहा है कि अगर कोई यूजर अपने मोबाइल से डिजीयात्रा ऐप को अनइंस्टॉल कर देता है तो उसका सारा डेटा खुद ही डिलीट हो जाएगा. इतना ही नहीं, एयरपोर्ट सिस्टम खुद ही फ्लाइट के उड़ान भरने के 24 घंटे बाद यात्रियों का सारा डेटा हटा देता है. यहां यह भी ध्यान देने की बात है कि डिजीयात्रा ऐप सिर्फ घरेलू यात्रियों के लिए डिजाइन किया गया है और यह अंतरराष्ट्रीय ट्रैवलर्स पर लागू नहीं होता है.
टैक्स चोर पकड़ने के लिए DigiYatra डेटा इस्तेमाल?
पिछले कुछ दिनों से इस तरह की खबरें सामने आ रही थीं कि टैक्स चोरी करने वालों को पकड़ने के लिए इनकम टैक्स विभाग (Income Tax Department) ने नया प्लान बनाया है. इसके तहत इनकम टैक्स विभाग की तरफ से डिजियात्रा ऐप का डेटा इस्तेमाल किए जाने की खबर थी. अब इन खबरों पर इनकम टैक्स विभाग की तरफ से सफाई जारी की गई है.
क्या कहा था इनकम टैक्स विभाग ने?
इनकम टैक्स विभाग ने कहा है कि टैक्स चोरी पकड़ने के लिए इनकम टैक्स विभाग की तरफ से ऐसा कोई कदम नहीं उठाया गया है. यानी टैक्स चोरों पर शिकंजा कसने के लिए इनकम टैक्स विभाग डिजियात्रा ऐप का डेटा इस्तेमाल करने की कोई प्लानिंग नहीं कर रहा है. यानी इस तरह की जो भी खबरें सामने आ रही हैं, वह गलत हैं.
आयकर विभाग ने एक्स पर डाली पोस्ट
आयकर विभाग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट डालते हुए लिखा- यह देखा गया है कि कुछ न्यूज आर्टिकल में कहा है कि टैक्स चोरों पर शिकंजा कसने के लिए डिजियात्रा ऐप के डेटा का इस्तेमाल किया जाएगा. इस संदर्भ में यह स्पष्ट किया जाता है कि अभी तक इनकम टैक्स विभाग की तरफ से ऐसा कोई कदम नहीं उठाया गया है.
डिजीयात्रा ने खुद भी किया खंडन
इस मामले पर खुद डिजीयात्रा के सीईओ Suresh Khadakabhav ने भी ऐसी खबरों का खंडन किया है, जिसमें डिजीयात्रा का डेटा इस्तेमाल करने की बात हुई थी. इसे लेकर उन्होंने एक बयान भी जारी किया, जिसे अपने एक्स अकाउंट पर भी पोस्ट किया.
ऐसे में अगर आपको सोशल मीडिया पर या वाट्सऐप पर इस तरह का दावा करने वाले किसी भी न्यूज आर्टिकल का लिंक आए, तो उस पर पूरी तरह भरोसा ना करें. आयकर विभाग के ट्वीट से साफ होता है कि ऐसी कोई योजना नहीं है.