गांवों में लोगों के लिए बैंकिंग हो सकती है कुछ आसान, कैबिनेट ने लिया ये फैसला
गांवों में लोगों को क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों से कर्ज मिलना आने वाले दिनों में आसान हो सकता है. दरअसल बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में केंद्र सरकार ने क्षेत्रीय ग्रीमीण बैंकों में कैपिटल टू रिस्क रेशियो को मेंटेन करने के लिए 1340 करोड़ रुपये देने का फैसला लिया है. गांवों में आसान बैंकिंग सेवा उपलब्ध कराने के लिए ही क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को राष्ट्रीयकृत बैंकों के तहत गठित किया था. ऐसे में इन बैंकों के पास पैसे आने से ग्रामीण क्षेत्रों में आसान फाइनेंस उपलब्ध हो सकेगा.
सरकार ने क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को दी बड़ी राहत (फाइल फोटो)
सरकार ने क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को दी बड़ी राहत (फाइल फोटो)
गांवों में लोगों को क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों से कर्ज मिलना आने वाले दिनों में आसान हो सकता है. दरअसल बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में केंद्र सरकार ने क्षेत्रीय ग्रीमीण बैंकों में कैपिटल टू रिस्क रेशियो को मेंटेन करने के लिए 1340 करोड़ रुपये देने का फैसला लिया है. गांवों में आसान बैंकिंग सेवा उपलब्ध कराने के लिए ही क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को राष्ट्रीयकृत बैंकों के तहत गठित किया था. ऐसे में इन बैंकों के पास पैसे आने से ग्रामीण क्षेत्रों में आसान फाइनेंस उपलब्ध हो सकेगा.
इस तरह से मिलेगा ग्रामीण बैंकों को पैसा
कैबिनेट के फैसले के मुताबिक 1340 करोड़ रुपये में से क्षेत्रीय ग्रीमीण बैंकों को केंद्र सरकार 670 करोड़ और इतना ही पैसा वो बैंक देंगे जिनके अंतरगत ये क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक आते हैं. इस पैसे को जल्द से जल्द उपलब्ध कराया जाएगा. फिलहाल कैपिटल टू रिस्क रेशियो लगभग 9 फीसदी है.
आरबीआई दे रहा है बढ़ावा
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने वित्त वर्ष 2020-21 में एनबीएफसी को बैंक कर्ज मुहैया करवाने के लिए प्राथमिकता सेक्टर के वर्गीकरण को बढ़ा दिया है ताकि संकटग्रस्त इस सेक्टर को तरलता बनाए रखने में मदद मिलेगी. आरबीआई के 13 अगस्त 2019 के एक आदेश के अनुसार, कर्ज के लिए प्राथमिकता सेक्टर का टैग बैंकों द्वारा पंजीकृत एनबीएफसी को 31 मार्च 2020 तक दिया जाएगा. बैंक ने कहा था कि उसके बाद पात्रता की समीक्षा की जाएगी. इसमें बदलाव को लकर बैंकों के चेयरमैन, प्रबंध निदेशक व सीईओ को लिखे एक पत्र में आरबीआई ने कहा कि कर्ज के मॉडल के तहत दिया जाने वाला कर्ज प्राथमिकता सेक्टर के तहत कर्ज के पुनर्भुगतान व परिपक्वता की तारीख तक जारी रहेगी.
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इस बात का रखें ध्यान
कोरोना वायरस (Coronavirus) के संकट को देखते हुए देश के दो बड़ प्राइवेट बैंकों -HDFC बैंक और ICICI बैंक ने बैंकिंग कामकाज के टाइम में बदलाव कर दिया है. यानि अब बैंक अलग समय पर खुलेंगे. दोनों बैंकों ने अपने ग्राहकों को SMS से यह सूचना भेजी है. बैंक के मुताबिक ग्राहक इस कोरोना वायरस के खतरे से बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा डिजिटल ट्रांजैक्शन करें. बता दें कि बैंकों ने कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए कर्मचारियों की संख्या में कटौती की है. HDFC बैंक ने बैंक की टाइमिंग सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 2 बजे तक कर दी है. यानि बैंक 31 मार्च तक इस समय ही खुला रहेगा. इस दौरान सिर्फ ट्रांजैक्शन से जुड़ काम होंगे. बाकी सर्विस सस्पेंड कर दी गई हैं. वहीं ICICI बैंक का कहना है कि वह अपनी शाखाओं में सैनिटेशन का पूरा खयाल कर रहा है. हालांकि कर्मचारियों की संख्या उसने भी घटा दी है. बैंक ने ग्राहकों से अपील की है कि वह जरूरी बैंकिंग सेवाओं के लिए घर बैठे ही Imobile या फिर नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करें.
06:46 PM IST