AI Deepfake Fraud Scam: पूरी दुनिया में इस वक्त AI यानि की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का क्रेज है. लोग AI चैटबॉट और टेक्नोलॉजी से अपने सारे काम करा लेना चाहते हैं. लेकिन इस टेक्नोलॉजी ने जहां एक तरफ आपकी लाइफ आसान बनाई है, वहीं ये अपने साथ एक मुसीबत भी लेकर आई है. डिजिटल फ्रॉड इसी टेक्नोलॉजी की सहायता से डीपफेक का इस्तेमाल कर लोगों की जेब काट रहे हैं. अभी हाल ही में केरल के एक शख्स को डीपफेक फ्रॉड के जरिए 40 हजार रुपये का चूना लगाया गया. अब ये डीपफेक तकनीक क्या है, कैसे आपको फंसाती है और कैसे आप इससे बच सकते हैं, इसके लिए सरकार ने कुछ गाइडलाइंस जारी किए हैं. 

कैसे होता है डीपफेक स्कैम

  • फ्रॉड करने वाले जिसका शिकार करना होता है उसकी कुछ जरूरी जानकारी जुटाते हैं- जैसे- फोटो, वीडियो, ऑडियो रिकॉर्डिंग्स. इससे उसकी जैसी लगने वाली डुप्लिकेट आइडेंटिटी तैयार की जाती है.
  • फिर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से प्रोसेस करके और डीप लर्निंग टेकनीक का इस्तेमाल करके मॉडल्स बनाए जाते हैं, जो बिल्कुल हुबहू मिलता हुआ डीपफेक कंटेंट तैयार करता है.
  • इसके बाद इस मॉडल से डीपफेक वीडियो, ऑडियो बनाया जाता है, जिससे किसी का फ्रॉड के लिए शिकार किया जा सके. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कैसे पहचानें डीपफेक स्कैम

  • कॉलर की आवाज थोड़ी बदली हुई होगी.
  • कॉलर आपसे पर्सनल और जरूरी जानकारी मांगेगा.
  • कॉलर पैसों की मदद मांगेगा या कुछ अलग बर्ताव करेगा.
  • अगर आप कॉल वेरिफाई करने के लिए सवाल पूछेंगे तो आपको सही जवाब नहीं देगा.

 

कैसे बचें

  • किसी भी अनजान फंड का ट्रांसफर करने के पहले उसे एक बार दोबारा चेक कर लें.
  • कभी भी अपनी पर्सनल इंफॉर्मेशन जैसे- क्रेडिट कार्ड की जानकारी, ओटीपी, सीवीवी आदि किसी को शेयर न करें.
  • सोशल मीडिया पर अकाउंट को प्राइवेट रखें और ये भी देखें कि कोई अनजान व्यक्ति आपके फोटो, वीडियो आदि न देख पाए.
  • डीपफेक टेक्नोलॉडी और लेटेस्ट साइबर फ्रॉड्स को लेकर सजग रहें और जानें कि कैसे ये आपको शिकार बनाते हैं.
  • सोशल मीडिया पर कोई भी जानकारी या फोटो फॉरवर्ड करने के पहले एक बार उसकी सत्यता जांच लें.
  • साइबर फ्रॉड का शिकार होने की दशा में www.cybercrime.gov.in पर अपनी रिपोर्ट दर्ज कराएं. इसके अलावा आप 1930 पर भी संपर्क कर सकते हैं.

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें