कितना खतरनाक है कोरोना का नया Omicron XE वेरिएंट, यहां मिलेगा सभी सवालों का जवाब
Omicron XE: कोरोना वायरस के एक और वेरिएंट Omicron XE ने दुनिया में अपना पैर पसारना शुरू किया है. आइए जानते हैं कि यह कितना खतरनाक है?
(Source: Reuters)
(Source: Reuters)
Omicron XE: कोरोना महामारी के आने के बाद से ही लगभग हर कुछ हफ्तों में हमें इसे एक नए वेरिएंट के बारे में सुनने को मिलता है. ऐसे में यह पता लगाना काफी मुश्किल होता है कि इस नए वेरिएंट को लेकर हमें चिंता करने की जरूरत है या नहीं. ऐसे ही कोरोना का एक और नया रिकॉम्बिनेंट (Recombinant) निकला है, जिसे Omicron XE कहा जा रहा है. यह दो Omicron स्ट्रेन्स के एक ही होस्ट में मिलने से तैयार होता है. आइए जानते हैं कि क्या इस वेरिएंट को लेकर हमें चिंता करने की आवश्यकता है?
ओमिक्रोन और इसके वेरिएंट
ओमिक्रोन (Omicron) SARS-CoV-2 वायरस का एक प्रकार है, जिसे पहली बार 11 नवंबर 2021 को बोत्सवाना (Botswana) में खोजा गया था. WHO ने 26 नवंबर को इसे चिंता वाले वेरिएंट में नामित (variant of concern) किया था. कोरोना का यह वेरिएंट दुनियाभर में फैला और इसने प्रसार के मामले में डेल्टा को भी पीछे छोड़ दिया.
Zee Business Hindi Live यहां देखें
TRENDING NOW
भारी गिरावट में बेच दें ये 2 शेयर और 4 शेयर कर लें पोर्टफोलियो में शामिल! एक्सपर्ट ने बताई कमाई की स्ट्रैटेजी
Adani Group को एक ही दिन में दूसरा झटका! NSE ने ग्रुप कंपनियों से मांगी सफाई, ₹2.45 लाख करोड़ का मार्केट कैप स्वाहा
EMI का बोझ से मिलेगा मिडिल क्लास को छुटकारा? वित्त मंत्री के बयान से मिला Repo Rate घटने का इशारा, रियल एस्टेट सेक्टर भी खुश
मजबूती तो छोड़ो ये कार किसी लिहाज से भी नहीं है Safe! बड़ों से लेकर बच्चे तक नहीं है सुरक्षित, मिली 0 रेटिंग
Adani Group की रेटिंग पर Moody's का बड़ा बयान; US कोर्ट के फैसले के बाद पड़ेगा निगेटिव असर, क्या करें निवेशक?
ओमिक्रोन लगातार कई अलग-अलग वंशों या आनुवांशिक रूप से विकसित होना जारी है, इसमें मूल Omicron BA.1 (B.1.1.529) और BA.2 और BA.3 भी शामिल हैं.
BA.2, BA.1 की तुलना में अधिक संक्रामक है और अब यह वेरिएंट BA.1 से भी आगे निकल गया है. WHO ने आधिकारिक तौर पर 22 मार्च 2022 को घोषणा की कि BA.2 दुनियाभर में SARS-CoV-2 वायरस का नया प्रमुख रूप बन गया है. BA.2, BA.1 की तुलना में लगभग 30 से 50% अधिक संक्रामक प्रतीत होता है
रिकॉम्बिनेंट क्या है?
कोरोना के वेरिएंट के जैसे ही अब इसके सबवेरिएंट या विभिन्न वंशों का भी विकास हुआ है. SARS-CoV-2 वायरस लगातार अपने रूपों को बदल रहा है. हाल के दिनों में हमने देखा है कि कोरोना वायरस न केवल अपने जेनेटिक कोड को बदल रहा है, बल्कि इसके पुनः संयोजक (recombinant) भी देखे जा रहे हैं.
एक पुनः संयोजक वह है जहां संबंधित वायरस अपने जेनेटिक मैटेरियल का आदान-प्रदान करते हैं, ताकि दोनों पैरेंट वायरस से जैनेटिक मैटेरियल के साथ संतान पैदा कर सकें. यह तब उत्पन्न हो सकता है जब दो अलग-अलग उपभेदों (या वेरिएंट या सबवेरिएंट) के वायरस एक ही कोशिका को सह-संक्रमित करते हैं.
वायरस की जैनेटिक मैटेरियल मिश्रित और एक साथ पैक करके एक नया पुनः संयोजक वायरस बना सकती है, जिसमें किसी एक या तो दोनों मूल वायरस के गुण होते हैं. अतः पुनः संयोजक (recombinant) वायरस के गुण इस बात पर निर्भर करते हैं कि मूल वायरस से जैनेटिक मैटेरियल के कौन से भाग इसे नए वेरिएंट में बनाते हैं? ठीक वैसे ही जैसे आपकी मां की नाक और आपके पिताजी के घुटने हो सकते हैं.
कहां फैल रहा है XE वायरस?
Omicron XE BA.1 और BA.2 के पुनर्संयोजन से बना है. इसे यूके में XQ, डेनमार्क से XQ, फिनलैंड से XJ और बेल्जियम से XK सहित कई अन्य BA.1 और BA.2 का पुन: संयोजक हैं. कोरोना के सभी मामलों में XE का अनुपात अभी कम है. इसने कम्यूनिटी ट्रांसमिशन के सबूत भी दिखाए हैं. इसके अभी सिर्फ 1,100 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं.
Omicron XE की पहचान भारत, चीन और थाइलैंड में भी की जा चुकी है. प्रारंभ में XE की ग्रोथ रेट BA.2 से काफी अलग नहीं दिखाई दी, लेकिन यूके में मिले हाल के आंकड़ों ने बताया कि इसकी ग्रोथ रेट BA.2 से 10 से 20 फीसदी अधिक है. अधिक जानकारी मिलने पर इसमें परिवर्तन संभव है.
क्या हमें चिंता करने की जरूरत है?
कोरोना वायरस के लड़ने में मदद करने वाला हमारा इम्यून रिस्पॉन्स वैक्सीन और वायरस के पिछले संक्रमण से उत्पन्न होता है. यह देखते हुए ऐसा नहीं लगता है कि XE के खिलाफ हमारी सुरक्षा में कमी आएगी. हालांकि, इसके बावजूद हेल्थ एजेंसियों को इसपर निगरानी रखनी चाहिए, जो कि वह रख भी रहे हैं. इसे देखते हुए आम जनता को इसे लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है.
03:02 PM IST