RFID Tag नहीं तो दिल्ली में नो एंट्री, 1 जनवरी से है ये जरूरी, जानें कैसे लें आरएफआईडी टैग
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में लगभग 70 फीसदी कमर्शियल वाहनों की एंट्री इन्हीं 13 टोल प्लाजा से ही होती है.
रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) प्रणाली को दिल्ली में 13 टोल प्लाजा पर लगाया गया है.
रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) प्रणाली को दिल्ली में 13 टोल प्लाजा पर लगाया गया है.
RFID tags mandatory: राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण की समस्या को देखते हुए एनसीआर और आसपास के इलाकों के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने कहा है कि बिना रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन टैग (RFID Tag) वाली कमर्शियल गाड़ियों ( Commercial Vehicles) को एक जनवरी से शहर में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा.
शहर में आने वाली कमर्शियल गाड़ियों से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) प्रणाली को दिल्ली में 13 टोल प्लाजा पर लगाया गया है. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में लगभग 70 फीसदी कमर्शियल वाहनों की एंट्री इन्हीं 13 टोल प्लाजा से ही होती है.
दिल्ली के पूर्व मुख्य सचिव एमएम कुट्टी की अगुवाई वाले आयोग ने कहा कि आरएफआईडी सिस्टम (RFID System) को इन 13 टोल प्लाजा पर पूरी तरह से लागू किया जा रहा है.
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
आयोग ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण और इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि गाड़ियों से होने वाले एयर पॉल्युशन में कमर्शियल वाहनों का बड़ा योगदान होता है, दक्षिण दिल्ली नगर निगम (SDMC) को निर्देश दिया गया है कि वह एक जनवरी, 2021 से सभी 13 टोल प्लाजा पर आरएफआईडी प्रणाली का अनुपालन सुनिश्चित कराए और आरएफआईडी टैग या टैग में पैसा होने पर वाहनों की एंट्री बंद की जाए.
क्या है आरएफआईडी टैग (What is RFID Tag)
रेडियो फ्रीक्वेंसी (Radio frequency) की पहचान या आरएफआईडी टैग विभिन्न वस्तुओं को ट्रैक करने और पहचानने के लिए विद्युत चुम्बकीय क्षेत्रों का इस्तेमाल करता है. RFID टैग में एक छोटा रेडियो ट्रांसपोंडर, एक ट्रांसमीटर और एक रेडियो रिसीवर होता है. RFID रीडर RFID टैग द्वारा भेजी गई सूचना को डीकोड करता है.
यह भी पढ़ें- टोल प्लाजा से गुजरना है तो FASTag जरूरी है, नहीं लगाया तो खड़े के खड़े रह जाओगे...
यह बारकोड से तेज है क्योंकि RFID को कई बार पढ़ा जा सकता है जबकि बारकोड को एक बार में पढ़ा जा सकता है.
कहां से ले सकते हैं RFID Tag
RFID Tag को दिल्ली के किसी भी बॉर्डर से हासिल किया जा सकता है. इस समय इसे मानेसर सेक्टर-1, टिकरी बॉर्डर, बहादुरगढ़ न्यू बस स्टैंड, कोंडली, नेशनल हाईवे-1 पर इंडियन पेट्रोल पंप के पास, गाजियाबाद में आईटीएस कॉलेज, मोहन नगर, एनएच-24 ब्रिज, यूपी गेट, एनएचएआई बदरपुर टोल प्लाजा से हासिल किया जा सकता है.
ऑनलाइन आरएफआईडी टैग (RFID Tag online purchase)
RFID टैग को ऑनलाइन भी हासिल किया जा सकता है या फिर रिचार्ज कराया जा सकता है. इसके लिए आपको दक्षिण दिल्ली नगर निगम की वेबासाइट ecctagsdmc.com पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा.
1 जनवरी के FASTag भी जरूरी
पहली जनवरी, 2021 से भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के सभी टोल नाको पर फास्टैग जरूरी हो जाएगा.
डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने और टोल प्लाजा (Toll Plaza) पर लगने वाली गाड़ियों की लंबी लाइन से छुटकारा पाने के लिए फास्टैग सिस्टम (FASTag System) जरूरी किया गया है.
1 जनवरी से किसी भी टोल प्लाजा पर नकद भुगतान नहीं होगा. ऐसे में अगर आपके पास फास्टैग नहीं है तो आपकी गाड़ी टोल से पास नहीं हो पाएगी. अगर गाड़ी निकालनी है तो एक खास सर्विस का इस्तेमाल करना होगा.
NHAI ने टोल प्लाजा पर प्री-पेड टच-एंड-गो कार्ड पेश करेगा. टोल प्लाजा पर भीड़भाड़ को रोकने के लिए 1 जनवरी से सभी हाइब्रिड लेन पर प्री-पेड कार्ड सुविधा शुरू की जाएगी.
ज़ी बिज़नेस LIVE TV यहां देखें
07:11 PM IST