दिल्ली में कनॉट प्लेस जा रहे हैं तो ये खबर जरूर पढ़ें, परेशानी से बच जाएंगे
New Delhi: एनडीएमसी के द्वारा लिए गए फैसले के मुताबिक, इनर सर्किल में सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक गाड़ियों की एंट्री पर बैन होगा. यह रोक इनर सर्किल में लेन नंबर 2 और लेन नंबर 3 में रहेगी. इस बीच मिडल सर्किल की सिंगल लेन पार्किंग भी बंद रहेगी.
ट्रैफिक जाम यूं तो हर छोटे बड़े शहर की नियति बन चुकी है. लेकिन राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली के दिल कहे जाने वाले कनॉट प्लेस में अब ट्रैफिक जाम को लेकर अलग तैयारी है. अब कनॉट प्लेस के इनल सर्किल में रविवार और सोमवार को कारों की एंट्री नहीं होगी. इससे जाम और प्रदूषण दोनों से निजात पाने के लिए नई दिल्ली नगरपालिका परिषद यानी एनडीएमसी ने यह फैसला लिया है. हालांकि अभी यह फैसला महज ट्रायल के लिए है. यह ट्रायल स्मार्ट सिटी योजना के तहत शुरू किया जाने वाला ट्रायल है.
एनडीएमसी के द्वारा लिए गए फैसले के मुताबिक, इनर सर्किल में सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक गाड़ियों की एंट्री पर बैन होगा. यह रोक इनर सर्किल में लेन नंबर 2 और लेन नंबर 3 में रहेगी. इस बीच मिडल सर्किल की सिंगल लेन पार्किंग भी बंद रहेगी. आप पालिका या इनर सर्किल की पार्किंग में गाड़ी लगा सकते हैं. इनर सर्किल में आपको किसी भी काम से पैदल ही जाना होगा. लोगों की मदद के लिए हर प्वाइंट पर पुलिस और इन्फोर्समेंट की टीम लगी रहेगी.
इसके अलावा सभी सात रेडियल प्वाइंट पर पार्किंग के दिशा-निर्देश लगाए गए हैं. बुजुर्गों के लिए पिक एंड ड्रॉप की सुविधा दी जा रही है. एनडीएमसी ने तीन साल पहले भी इस योजना को लागू करने की कोशिश की थी, लेकिन व्यापारियों के विरोध के चलते फैसले को वापस लेना पड़ा. लेकिन एनडीएमसी के सामने फिर से विरोध वाली समस्या शुरू हो गई है. शनिवार शाम मॉक ड्रिल के तहत ट्रैफिक को तीन घंटे के लिए रोक दिया गया था. विरोध में व्यापारियों का कहना है कि इस फैसले से उनके कारोबार को नुकसान पहुंचेगा.
एक व्यापारी का कहना है कि यहां छह पेट्रोल पंप हैं. ऐसे में अगर गाड़ियां अंदर नहीं आएंगी तो हमारे पेट्रोल पंप का क्या होगा? उनका कहना है कि ऐसे फैसले लेने का कोई मतलब ही नहीं है. उनका यह भी कहना है कि जो योजना एनडीएमसी ने पहले उनसे साझा किया था, यह उससे बिल्कुल अलग है, जिनका सीधा असर उनके व्यापार पर पड़ेगा. वहीं एनडीएमसी का कहना है कि योजना लागू करने की तैयारी पूरी हो चुकी है और अगर बदलाव की जरूरत महसूस हुई तो संशोधित योजना तैयार की जाएगी.