गेहूं बेचते समय किसान भी रखेंगे सोशल डिस्टेंशिंग का ध्यान, कूपन से होगी मंडी में एंट्री
सरकार ने खेती-बाड़ी के काम को लॉकडाउन से मुक्त रखा है. फिर भी इन कामों में सोशल डिस्टेंशिंग का पालन किया जा रहा है.
देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण के चलते देशभर में लॉकडाउन लागू है. लॉकडाउन में ही किसान अपनी फसलों की कटाई कर रहे हैं. फसल को काटकर किसान उसे बेचने के लिए मंडी में ले जाने की तैयारी कर रहे हैं. हालांकि सरकार ने खेती-बाड़ी के काम को लॉकडाउन से मुक्त रखा है. फिर भी इन कामों में सोशल डिस्टेंशिंग का पालन किया जाएगा.
पंजाब सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के उपायों के मद्देनजर मंडियों में गेहूं बेचने आने वाले किसानों को करीब 27 लाख कूपन जारी करेगी. अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी. प्रदेश में गेहूं की खरीद 15 अप्रैल से शुरू की जाएगी.
भीड़ से बचाव के लिये खरीद सत्र को 15 जून तक बढ़ा दिया गया है. अनुमान है कि रबी विपणन सत्र 2020-21 में प्रदेश में 135 लाख टन गेहूं की खरीद हो सकती है.
राज्य में 1,824 चावल मिलों को शामिल कर खरीद केंद्रों की संख्या बढ़ाकर 3,691 कर दी गयी हैं. पिछले साल 1,840 खरीद केंद्रों से गेहूं खरीदे गये थे.
पंजाब खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘बाजार समितियां आढ़तियों को कूपन जारी करेंगे. आढ़तिये अपने साथ जुड़े किसानों को मंडी तक फसल लाने के लिये ये कूपन देंगे.’’
पंजाब मंडी बोर्ड ने रविवार को कहा कि गेहूं की खरीद के लिये कुल 2 लाख कूपन जारी किये जायेंगे.
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अधिकारी ने कहा कि एक कूपन किसी तय दिन संबंधित मंडी के लिये एक ट्रैक्टर के लिये मान्य होगा. यदि किसी किसानों को एक से अधिक ट्रॉली गेहूं लाना होगा तो उन्हें हर ट्रॉली के लिये अलग-अलग कूपन दिये जायेंगे.
पंजाब मंडी बोर्ड ने ट्रैक्टर ट्रॉली को ट्रैक करने, पास जारी करने तथा मंडियों में जगह का इस्तेमाल करने के लिये मोबाइल ऐप ‘ईपीएमबी’ भी तैयार किया है.