वाहन चोरी की घटना तेजी से बढ़ी है और इसके साथ ही गाड़ियों की बरामदगी भी मुश्किल होती जा रही है. कई बार गाड़ी किसी दूसरे जिले या दूसरे राज्य में पुलिस को मिलती है, लेकिन गाड़ी अपने मालिक तक नहीं पहुंच पाती है. इन दिक्कतों को देखते हुए दिल्ली सहित उत्तर भारत के 8 राज्यों में बरामद हुए चोरी के वाहनों का एक ऑनलाइन डेटाबेस तैयार किया गया है. बरामद हुए चोरी के वाहनों में अपनी गाड़ी का पता आप इस लिंक पर क्लिक करके लगा सकते हैं.

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इसके लिए आठ राज्यों का एक जोनल इंटीग्रेटेड पुलिस नेटवर्क (ZIPNET) तैयार किया गया है. जोनल इंटीग्रेटेड पुलिस नेटवर्क पर यूजर दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश में चोरी हुए वाहनों की स्थिति के बारे में पता लगा सकते हैं.

इसके लिए यूजर चाहें तो एफआईआर या डीआरसी डेट और राज्य के आधार पर सर्च कर सकते हैं या फिर गाड़ी का ब्यौरा दर्ज करके सर्च कर सकते हैं. इसके लिए उन्हें वाहन के प्रकार, पंजीकरण संख्या, इंजन नंबर और चेचिस नंबर बताना होगा. अगर इन 8 राज्यों में कहीं भी उनकी गाड़ी बरामद हुई होगी, तो उसका पता चल जाएगा.

जोनल इंटीग्रेटेड पुलिस नेटवर्क पर गुम हुए बच्चों, गुमशुदा व्यस्क व्यक्ति, अज्ञात शव और चोरी हुए मोबाइल की बरामदगी के बारे में भी पता लगाया जा सकता है. जिपनेट प्रोजेक्ट की शुरुआत 2004 में हुई थी और तब से अब तक इसका डेटाबेस काफी बेहतर हो चुका है. इस पोर्टल के जरिए अपराध और अपराधियों की जानकारी सभी तक रियल टाइम में साझा होती है.