RBI MPC Meeting Highlights: Repo Rate में फिर से कोई बदलाव नहीं, FY24 में 6.5% रह सकती है GDP ग्रोथ
RBI MPC Meeting Live Updates, RBI Monetary policy repo rate: आरबीआई ने लगातार चौथी बार नीतिगत ब्याज दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं की है. दरों को 6.5 फीसदी पर बरकरार रखा गया है.
02:33 PM IST
- बेंचमार्क पॉलिसी दरों की घोषणा
- Repo Rate को लगातार चौथी बार रखा गया स्थिर
- इंफ्लेशन और ग्लोबल फैक्टर्स फैसले पर रहे हावी
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RBI MPC Meeting Live Updates, RBI Monetary policy repo rate: आरबीआई ने लगातार चौथी बार नीतिगत ब्याज दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं की है. दरों को 6.5 फीसदी पर बरकरार रखा गया है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की हर दो महीने पर होने वाली तीन दिन की मौद्रिक समीक्षा बैठक (Monetary Policy Review) के नतीजे जारी हो चुके हैं. फेस्टिव सीजन के दौरान आई पॉलिसी रिव्यू से सबको यही उम्मीद थी कि समिति बेंचमार्क पॉलिसी रेट में कोई बदलाव नहीं करेगी और दरों को यथावत रखा जा सकता है. एमपीसी के सभी सदस्य पॉलिसी दरों को स्थिर बनाए रखने के पक्ष में थे. वहीं, 6 में 5 सदस्य अकोमेडिटिव रूख बनाए रखने के पक्ष में थे. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने अपने संबोधन में कहा कि बढ़ोतरी का असर अर्थव्यवस्था पर दिख रहा है.
RBI MPC Meeting LIVE Updates:
RBI MPC: कैसे आए रिएक्शन?
मिरे एसेट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स के सीआईओ, फिक्स्ड इनकम, महेंद्र जाजू का कहना है कि मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है और महंगाई के अनुमानों में सिर्फ मामूली बदलाव किया है. गाइडेंस उम्मीद से कहीं अधिक कठोर दिख रहा है. 2-6% की तुलना में 4% इनफ्लेशन टारगेट पर जोर देना और ओपेन मार्केट आपरेशन (OMO) सेल्स की संभावित आवश्यकता बिगड़ रहे ग्लोबल वातावरण पर चिंताओं की ओर इशारा करती है. हालांकि पॉजिटिव यह है कि अब तक, पिछली नीतिगत कार्रवाइयों से कोर इनफ्लेशन में कमी आई है और एक कठोर सिनेरियो यानी परिदृश्य तभी सामने आ सकता है, जब ग्लोबल मैक्रो वातावरण लगातार प्रतिकूल बना रहे. इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए, लंबी अवधि वाले बॉन्ड की दरों में थोड़ी बढ़ोतरी की उम्मीद की जा सकती है, क्योंकि कर्व कुछ हद तक तेज हो गया है. वहीं पिछले कुछ हफ्तों में शॉर्ट टर्म वाले बॉन्ड के रेट्स में पहले ही बढ़ोतरी हो चुकी है.
RBI MPC Live: बैंकिंग सेक्टर के लिए कुछ अहम बातें
- संपत्ति की गुणवत्ता में सुधार के साथ भारतीय बैंकिंग प्रणाली मजबूत बनी हुई है.
- ग्राहकों के हितों की सुरक्षा के लिए आंतरिक लोकपाल योजना को और बेहतर बनाया जाएगा.
- रिजर्व बैंक ने शहरी सहकारी बैंकों के लिए बुलेट भुगतान योजना के तहत गोल्ड लोन को दोगुना कर चार लाख रुपये करने का फैसला किया.
- भुगतान अवसंरचना विकास कोष योजना को दिसंबर, 2025 तक दो साल के लिए बढ़ाया गया.
Repo Rate: हाउसिंग सेक्टर के लिए अच्छी खबर
Anarock Group के अध्यक्ष अनुज पुरी ने कहा कि रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं घर खरीदने वालों के लिए एक फेस्टिव गिफ्ट है और उन्हें अपनी लागत के हिसाब से घर खरीदने का एक और अवसर देता है. हम आवास बिक्री में बहुत मजबूत गति के साथ त्योहारी तिमाही में प्रवेश कर रहे हैं, और स्थिर ब्याज दरें हाउसिंग मार्केट में विकास के लिए एक प्रमुख कैटेलिस्ट के तौर पर काम करेंगी. ANAROCK रिसर्च की अनुसार, शीर्ष 7 शहरों में आवास की बिक्री ने 2023 की तीसरी तिमाही (आमतौर पर धीमी मानसून तिमाही के बावजूद) में एक नया शिखर बनाया और 2022 की तीसरी तिमाही में बेची गई 88,230 से अधिक इकाइयों की तुलना में 1,20,280 इकाई रही, इस प्रकार 36% वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई. स्थिर रेपो दर और परिणामस्वरूप स्थिर गृह ऋण ब्याज दरों के लिए धन्यवाद, हम गति जारी रहने की उम्मीद कर सकते हैं.
RBI MPC Highlights: महंगाई पर क्या कुछ बोले गवर्नर?
पॉलिसी का फोकस महंगाई दर को 4 पर्सेंट पर लाने का है. उन्होंने कहा कि वो इसपर जोर देकर कहना चाहते हैं कि महंगाई दर का उनका जो टारगेट है वो 2 से 6 फीसदी नहीं, बल्कि 4 पर्सेंट है. ग्लोबल पॉलिसी दरें पीक पर हुईं, लंबे समय तक दरें ऊपर रहेंगी. प्राइस स्टेबिलिटी के लिए कोर महंगाई में कमी अहम.
RBI MPC Announcements: रेपो दर 6.50 प्रतिशत पर बरकरार, वृद्धि दर के अनुमान में भी बदलाव नहीं
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को लगातार चौथी बार नीतिगत दर रेपो को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा. इसका मतलब है कि मकान, वाहन समेत विभिन्न कर्जों पर मासिक किस्त (ईएमआई) में कोई बदलाव नहीं होगा. इसके साथ ही केंद्रीय बैंक ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 के लिए अपने आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को भी 6.5 प्रतिशत पर यथावत रखा है.
चालू वित्त वर्ष के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के अनुमान को भी 5.4 प्रतिशत पर कायम रखा गया है. मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बुधवार से शुरू हुई तीन दिन की बैठक में किये गये निर्णय की जानकारी देते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, ‘‘एमपीसी के सभी छह सदस्यों ने परिस्थितियों पर गौर करने के बाद आम सहमति से रेपो दर को 6.5 प्रतिशत पर कायम रखने का फैसला किया.’’ रेपो वह ब्याज दर है, जिसपर वाणिज्यिक बैंक अपनी फौरी जरूरतों को पूरा करने के लिये केंद्रीय बैंक से कर्ज लेते हैं. आरबीआई मुद्रास्फीति को काबू में रखने के लिये इसका उपयोग करता है. साथ ही एमपीसी ने उदार रुख को वापस लेने का रुख बरकरार रखा है.
दास ने कहा कि भारत दुनिया के लिये आर्थिक वृद्धि का इंजन बना हुआ है, लेकिन आत्मसंतुष्टि की गुंजाइश नहीं है. एमपीसी मुद्रास्फीति को लेकर जरूरत के अनुसार कदम उठाएगी. आरबीआई ने अगस्त, जून और अप्रैल की पिछली मौद्रिक नीति समीक्षा बैठकों में भी रेपो दर में बदलाव नहीं किया था. इससे पहले, मुख्य रूप से मुद्रास्फीति को काबू में लाने के लिये पिछले साल मई से लेकर कुल छह बार में रेपो दर में 2.50 प्रतिशत की वृद्धि की गई थी.
RBI MPC Live: खुदरा महंगाई
खुदरा मुद्रास्फीति के अगले वर्ष 5.2 प्रतिशत पर आने की उम्मीद है. तीसरी तिमाही में खाद्य मुद्रास्फीति में निरंतर कमी देखने को नहीं मिलेगी. खाद्य और ईंधन की कीमतों में अचानक वृद्धि से निपटने के लिए मौद्रिक नीति पूरी तरह तैयार होनी चाहिए.
पॉलिसी का फोकस महंगाई दर को 4 पर्सेंट पर लाने का है. ग्लोबल पॉलिसी दरें पीक पर हुईं, लेकिन प्राइस स्टेबिलिटी के लिए कोर महंगाई में कमी अहम.
RBI MPC Highlights: आरबीआई गवर्नर के भाषण की बड़ी बातें
ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं
रेपो रेट 6.50% पर बरकरार
MPC के सभी सदस्य दरें स्थिर रखने के पक्ष में
सितंबर में महंगाई में कमी आने की उम्मीद
महंगाई की ऊंची दर अर्थव्यवस्था के लिए खतरा
रेपो रेट में बढ़ोतरी का असर अर्थव्यवस्था पर दिख रहा है
दरों में बढ़ोतरी का ट्रांसमिशन अभी बाकी
Q2 में इंडस्ट्रियल सेक्टर में रिकवरी दिखी
कंस्ट्रक्शन एक्टिविटी में मजबूती बनी हुई है
निजी कैपेक्स में बढ़ोतरी हो रही है
सरकारी खर्चे से निवेश की रफ्तार में तेजी देखी गई
FY24 में GDP ग्रोथ अनुमान 6.5% पर बरकरार
Q2FY24 में GDP अनुमान 6.5% पर बरकरार
Q3FY24 में GDP अनुमान 6% पर बरकरार
Q4FY24 में GDP अनुमान 5.7% पर बरकरार
Q1FY25 में GDP अनुमान 6.6% पर बरकरार
ग्रामीण मांग में सुधार देखने को मिल रहा है
छोटी अवधि में टमाटर कीमतों में कमी से महंगाई में कमी संभव
FY24 के लिए CPI अनुमान 5.4% पर बरकरार
Q2FY24 में CPI अनुमान 6.2% से बढ़ाकर 6.4%
Q3FY24 में CPI अनुमान 5.7% से घटाकर 5.6%
Q4FY24 में CPI अनुमान 5.2% पर बरकरार
Q1FY25 CPI अनुमान 5.2% पर बरकरार
प्राइस स्टेबिलिटी के लिए कोर महंगाई में कमी महत्वपूर्ण
अतिरिक्त लिक्विडिटी से प्राइस, फाइनेंशियल स्टेबिलिटी पर खतरा
RBI MPC Live: GDP Growth Estimates
जीडीपी ग्रोथ पर आरबीआई गवर्नर ने कहा कि "सभी फैक्टर्स को ध्यान में रखते हुए, चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए वास्तविक जीडीपी वृद्धि 6.5% अनुमानित है. अगले वित्तीय वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए वास्तविक जीडीपी वृद्धि 6.6% रह सकती है."
RBI MPC Live: CPI Estimates
2023-24 के लिए सीपीआई मुद्रास्फीति 5.4% रहने का अनुमान है, दूसरी तिमाही में 6.4%, तीसरी तिमाही में 5.6% और चौथी तिमाही में 5.2% का अनुमान है.
RBI MPC Meeting: महंगाई पर क्या बोले RBI गवर्नर?
📢RBI Monetary Policy : टमाटर कीमतों में कमी से महंगाई में कमी संभव...
MPC की बैठक में क्या हुआ?
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— Zee Business (@ZeeBusiness) October 6, 2023
RBI MPC Live: शक्तिकांत दास का संबोधन
सख्त वित्ती आर्थिक हालात और जियोपॉलिटिकल संकट के चलते ग्लोबल इकोनॉमी में सुस्ती है. दरों में ट्रांसमिशन का असर अभी बाकी है.
Q2 में इंडस्ट्रियल सेक्टर में रिकवरी आई है. कंस्ट्रक्शन गतिविधियां मजबूत हैं. सरकारी कैपेक्स सपोर्ट के चलते निवेश का सेंटीमेंट बना हुआ है.
RBI MPC Live: महंगाई पर चिंता
गवर्नर ने कहा कि सितंबर में महंगाई में कमी आने की उम्मीद है. उच्च महंगाई दर इकोनॉमिक ग्रोथ के लिए खतरा है. रेपो रेट में बढ़ोतरी का असर अर्थव्यवस्था पर दिख रहा है.
RBI MPC Results:
एमपीसी के सभी सदस्य पॉलिसी दरों को स्थिर बनाए रखने के पक्ष में थे. आरबीआई ने स्टॉन्स में भी कोई बदलाव नहीं किया है. 6 में 5 सदस्य अकोमेडिटिव रूख बनाए रखने के पक्ष में थे.
RBI MPC Live: क्या बोले शक्तिकांत दास
RBI गवर्नर ने कहा कि भारत दुनिया का नया ग्रोथ इंजन बनने को तैयार है. रेपो रेट स्थिर रखा गया है.