सरकार ने किसानों को दिया तोहफा, अन्नदाता को भी मिलेगा रेवाडी-पालनपुर ‘ट्रक ऑन ट्रेन’ सर्विस का फायदा
Truck on Train Service: ‘ट्रक ऑन ट्रेन’ या ‘रोल-ऑन, रोल-ऑफ’ (RORO) सेवा केवल अमूल डेयरी के लिए गुजरात से हरियाणा तक दूध परिवहन के लिए शुरू की गई थी. अब मालगाड़ी में 5 अतिरिक्त वैगन जोड़कर अन्य ग्राहकों को यह सेवा दी जा रही है.
Truck on Train Service: किसान और छोटी कारोबारी अब डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (DFCCIL) द्वारा पेश की गई ‘ट्रक ऑन ट्रेन’ (Truck on Train) सेवा का उपयोग करके अपना माल यहां से गुजरात के पालनपुर तक पहुंचा सकते हैं. पश्चिमी डीएफसीसीआईएल के कार्यकारी निदेशक प्रवीण कुमार ने बताया कि ‘ट्रक ऑन ट्रेन’ या ‘रोल-ऑन, रोल-ऑफ’ (RORO) सेवा केवल अमूल डेयरी के लिए गुजरात से हरियाणा तक दूध परिवहन के लिए शुरू की गई थी. अब मालगाड़ी में 5 अतिरिक्त वैगन जोड़कर अन्य ग्राहकों को यह सेवा दी जा रही है.
कुमार ने कहा कि ‘ट्रक ऑन ट्रेन’ सेवा की शुरुआत से जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (JNPT) और रेवाड़ी के बीच यात्रा का समय काफी कम हो गया है. उन्होंने कहा, जेएनपीटी और रेवाड़ी के बीच की दूरी तय करने में जिन मालगाड़ियों को तीन दिन से अधिक समय लगता था, वे अब एक दिन के भीतर पहुंच सकती हैं.
ये भी पढ़ें- खेती के नये तरीके सीखें किसान, देश की प्रगति किसानों की प्रगति पर निर्भर- कृषि मंत्री
3 घंटे में होगा 24 घंटे का काम
TRENDING NOW
TATA Group के इस स्टॉक से गिरते बाजार में भी होगी तगड़ी कमाई! शॉर्ट टर्म में खरीदारी का नोट करें टारगेट
भारी गिरावट में बेच दें ये 2 शेयर और 4 शेयर कर लें पोर्टफोलियो में शामिल! एक्सपर्ट ने बताई कमाई की स्ट्रैटेजी
मजबूती तो छोड़ो ये कार किसी लिहाज से भी नहीं है Safe! बड़ों से लेकर बच्चे तक नहीं है सुरक्षित, मिली 0 रेटिंग
मल्टीबैगर Railway PSU के लिए खुशखबरी! बाजार बंद होने के बाद मिला ₹837 करोड़ का ऑर्डर, स्टॉक पर रखें नजर
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने हरियाणा के न्यू रेवाड़ी से उत्तर प्रदेश के न्यू खुर्जा तक पश्चिमी और पूर्वी समर्पित मालढुलाई गलियारे को जोड़ने वाले 173 किलोमीटर लंबे खंड का शुभारंभ किया. नया खंड न्यू रेवाड़ी और न्यू खुर्जा के बीच यात्रा का समय पहले के 24 घंटे से कम करके तीन घंटे कर देगा.
डीएफसीसीआईएल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, डीएफसीसीआईएल के लिए एक आदर्श स्थिति में, मार्ग के दोनों किनारों पर 45 टन से अधिक वजन वाले ट्रकों की लागत 25 वैगनों के लिए प्रति दिन 16 लाख रुपये और 30 वैगनों के लिए 19.2 लाख रुपये होगी. अधिकारी ने कहा कि 173 किलोमीटर लंबा खंड पूर्वी हिस्से से कोयले और स्टील की निर्बाध आवाजाही और देश के पूर्वी हिस्से में खाद्यान्न और उर्वरक के परिवहन की सुविधा प्रदान करता है.
ये भी पढ़ें- Sarkari Yojana: सुगंधित और औषधीय पौधों की खेती से कमाएं मोटा मुनाफा, सरकार देगी 75 हजार रुपये, जानिए डीटेल
12:40 PM IST