प्याज के बाद अब आलू के बढ़ सकते हैं दाम, इस राज्य में पैदावार घटने से गहराया संकट
Potato Cultivation: गर्मियों के सीजन में भीषण गर्मी और सर्दियों की शुरुआत में देरी के कारण इस फसल की पैदावार में 30% की गिरावट आई है.
Potato Cultivation: प्याज की महंगाई से त्रस्त आम आदमी को अब आलू की महंगाई का झटका लग सकता है. आलू उत्पादक प्रमुख राज्यों में शामिल हिमाचल प्रदेश के कुछ जिलों में आलू पैदावार में गिरावट आने की आशंका है. ऐसे में आगे आलू के दाम और बढ़ने की संभावना है.
हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में इस साल आलू का उत्पादन कम होने की आशंका है. गर्मियों के सीजन में भीषण गर्मी और सर्दियों की शुरुआत में देरी के कारण इस फसल की पैदावार में 30% की गिरावट आई है. गेहूं (Wheat) और मक्का (Maize) के बाद आलू जिले की तीसरी मुख्य फसल है और इसे किसानों की आर्थिक स्थिति की बेहतरी में बड़ा सहारा माना जाता है.
आलू पैदावार में करीब 30% की गिरावट
ऊना में आलू की खेती का रकबा करीब 1,200 हेक्टेयर पर स्थिर बना हुआ है. हालांकि, किसानों के मुताबिक, पैदावार में करीब 30% की गिरावट से इस साल उत्पादन प्रभावित होगा. जिले में सालाना करीब 20,000-25,000 टन आलू का उत्पादन होता है.
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किसानों को आलू के मिल रहे अच्छे बबाव
किसान रविंद्र सैनी, अजय कुमार, देसराज और सुखविंदर ने कहा कि आलू की फसल को 3,000-3,600 रुपये प्रति क्विंटल का अच्छा दाम मिल रहा है, लेकिन सितंबर के पहले हफ्ते में उच्च तापमान के कारण फसल की पैदावार बहुत कम रही.
जिले में 35 हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि पर गेहूं की बुवाई होती है. इसमें से 28 हजार हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई की सुविधा नहीं है. असिंचित क्षेत्रों में समय-समय पर वर्षा की जरूरत होती है.
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