AIF: मक्का से बनाते हैं कॉर्न ग्रिट्स, कॉर्न आटा, खोली प्रोसेसिंग यूनिट! मोटा मुनाफा कमा रहा शख्स
Agri infra fund: एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड के तहत महाराष्ट्र के जलगांव के रहने वाले कृषिप्रेन्योर अमोल मित्तल ने प्राइमरी प्रोसेसिंग यूनिट लगाया है, जिसमें मक्का/मकई उत्पादों जैसे कॉर्न ग्रिट्स, कॉर्न आटा, कॉर्न जर्म्स और चुन्नी का उत्पादन किया जाता है.
Agri infra fund: किसानों को खेती-किसानी से जुड़े उद्योगों को लगाने की भी सलाह दी जा रही है. इसके लिए किसानों को आर्थिक मदद भी दी जाती है. एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (Agriculture Infrastructure Fund) के तहत उद्योग लगाने वाले किसानों को फंड भी दिया जाता है. एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड के तहत महाराष्ट्र के जलगांव के रहने वाले कृषिप्रेन्योर अमोल मित्तल ने प्राइमरी प्रोसेसिंग यूनिट लगाया है, जिसमें मक्का/मकई उत्पादों जैसे कॉर्न ग्रिट्स, कॉर्न आटा, कॉर्न जर्म्स और चुन्नी का उत्पादन किया जाता है.
इन प्रोडक्ट्स को वो आस-पास के बड़े उद्योगों और व्यवसायों को बड़े पैमाने में कच्चे माल की आपूर्ति करते हैं. जिससे पास के किसानों को रोजगार भी मिल रहा हैं और उनके फसल और माल को खरीदकर उनको दोगुना फायदा भी दिलाया जा रहा हैं.
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क्या है एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (AIF)?
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एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (AIF) ब्याज छूट और क्रेडिट गारंटी के जरिए फसल के बाद सुरक्षित भंडारण करने से जुड़ा है. इस स्कीम के जरिए कोल्ड स्टोरेज, प्रोसेसिंग यूनिट्स, वेयरहाउस, पैकेजिंग यूनिट की स्थापना करने पर किसानों को 2 करोड़ रुपये तक का लोन मिलता है. केंद्र सरकार की ओर से इस योजना के माध्यम से किसानों को 2 करोड़ रुपए तक के लोन पर अधिकतम 7 साल तक ब्याज में 3% तक की छूट दी जा रही है.
@AgriInfraFund की मदद से जलगाँव , महाराष्ट्र के रहने वाले कृषिप्रेंयूर श्री अमोल मित्तल जी ने प्राथमिक प्रसंस्करण इकाई का विकास किया हैं, जिसमें मक्का/मकई उत्पादों जैसे कॉर्न ग्रिट्स, कॉर्न आटा, कॉर्न जर्म्स और चुन्नी का उत्पादन कर आस पास के बड़े उद्योगों और व्यवसायों को बड़े… pic.twitter.com/sya5Zi3Edn
— Agriculture Infrastructure Fund (@AgriInfraFund) June 24, 2023
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कौन उठा सकता है लाभ
पात्र लाभार्थियों में किसान, एफपीओ, पैक्स, मार्केटिंग कॉपरेटिव सोसाइटीज, एसएचजी, ज्वायंट लायबिलिटी ग्रुप्स (JLG), बहुद्वेशीय सहकारी संघ, कृषि-उद्यमी, स्टार्ट-अप्स और केंद्रीय/राज्य एजेंसी या स्थानीय निकाय प्रायोजित सार्वजनिक-निजी साझीदारी परियोजनाएं शामिल हैं.
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मोटा है मुनाफा
अमोल मित्तल अपने बिजनेस से 125 लोगों को डायरेक और इनडायरेक्ट रोजगार दे रहे हैं. वो एक हजार से ज्यादा लोगों से जुड़े हुए हैं. उन्होंने कहा, इस बिजनेस से उनको अच्छा-खासा मुनाफा हो रहा है. यह बेहतर स्कीम है और इससे किसानों को भी फायदा होगा.
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05:27 PM IST