Maharatna PSU Stocks: महारत्न कंपनी इंडियन ऑयल ने ग्रोथ को लेकर मेगा प्लान बताया है. कंपनी के चेयरमैन ने कहा कि 2027 तक IOCL का लक्ष्य रेवेन्यू के लिहाज से 1 ट्रिलियन डॉलर की कंपनी बनने का है. आईओसी के चेयरमैन श्रीकांत माधव वैद्य ने कहा है कि कंपनी अपने तेल रिफाइनिंग और ऑयल मार्केटिंग बिजनेस के साथ क्लीन एनर्जी मसलन ग्रीन हाइड्रोजन और इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग के जरिये यह लक्ष्य हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ रही है. 

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FY24 में 105 बिलियन डॉलर का रेवेन्यू 

बीते वित्त वर्ष 2023-24 में आईओसी ने 8.66 लाख करोड़ रुपए (104.6 अरब डॉलर) के राजस्व पर 39,619 करोड़ रुपए (4.7 अरब अमेरिकी डॉलर) का रिकॉर्ड शुद्ध लाभ कमाया है. वैद्य ने कंपनी की ताजा वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि कंपनी एक संतुलित पोर्टफोलियो के लिए जीवाश्म ईंधन और नवीन ऊर्जा क्षेत्रों में निवेश करना जारी रखेगी. कंपनी का इरादा 2046 तक शुद्ध-शून्य कार्बन उत्सर्जन लक्ष्य हासिल करने का है.

ग्रोथ के साथ तेजी से उर्जा की जरूरत बढ़ रही है

कंपनी अपनी तेल शोधन क्षमता का विस्तार करेगी और पेट्रो रसायन इकाइयों में निवेश करेगी जो कच्चे तेल को सीधे मूल्यवर्धित रसायनों में बदलने का काम करेंगी. इसके अलावा कंपनी गैस, जैव ईंधन और स्वच्छ परिवहन पर भी विशेष ध्यान देगी. वैद्य ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था के आगे बढ़ने के साथ ऊर्जा जरूरतें भी बढ़ रही हैं. ‘भारत की ऊर्जा’ के रूप में हम गति बढ़ा रहे हैं और अपनी क्षमता का विस्तार कर रहे हैं. हम देश की प्रमुख ऊर्जा कंपनी बनना चाहते हैं और हमारा लक्ष्य 2050 तक भारत की कुल ऊर्जा जरूरत का 12.5 फीसदी को पूरा करने का है.’’

2047 तक 1000 अरब डॉलर रेवेन्यू का लक्ष्य

उन्होंने कहा, ‘‘आईओसी 2047 तक एक हजार अरब डॉलर की कंपनी बनने की महत्वाकांक्षी यात्रा पर है.’’ उन्होंने कहा कि 1,000 अरब डॉलर की कंपनी बनने का लक्ष्य भारत के 2047 तक 30,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था के दृष्टिकोण के अनुरूप है. वैद्य ने कहा कि निर्बाध ऊर्जा आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए आईओसी पुरानी परियोजनाओं के विस्तार और नई परियोजनाओं में उल्लेखनीय निवेश करेगी. उन्होंने कहा कि पेट्रोरसायन एकीकरण भी एक प्रमुख क्षेत्र है जो हमारी मूल्य श्रृंखला को काफी समृद्ध करेगा. कंपनी का हरियाणा के पानीपत और ओडिशा के पारादीप में पेट्रोरसायन विस्तार का पहला चरण पूरा हो गया है.

गुजरात में रिफाइनरी विस्तार की तैयारी

इसके अलावा गुजरात रिफाइनरी में भी विस्तार चल रहा है जो 2024-25 में शुरू हो जाएगा. कंपनी बरौनी रिफाइनरी में एक पॉलिप्रोपीलीन इकाई भी लगा रही है. वैद्य ने कहा, ‘‘हम अपनी क्षमता बढ़ा रहे हैं. इसमें 1.3 टन करोड़ टन की वृद्धि का लक्ष्य है. इसके अलावा हम 2030 तक 15 फीसदी पेट्रोरसायन गहनता सूचकांक हासिल करने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं.’’

टेरा क्लीन लिमिटेड से सब्सिडियरी की स्थापना करेंगे

उन्होंने कहा कि ग्रीन भविष्य के अपने दृष्टिकोण के तहत हम अपनी ग्रीन पहल को मजबूत करेंगे और टेरा क्लीन लिमिटेड नाम से एक अनुषंगी कंपनी की स्थापना करने जा रहे हैं. ‘‘यह नई इकाई कम कॉर्बन, नवीन, स्वच्छ और ग्रीन ऊर्जा कारोबार के काम को आगे बढ़ाएगी.’’