अपने पेट्रोल मोटरसाइकिलों को इलेक्ट्रिक वाहनों से बदलेगी Domino's, किया इस कंपनी के साथ बड़ा सौदा
Domino's Pizza E-bike partnership: डोमिनोज पिज्जा ने Revolt Motors के साथ एक पार्टनरशिप कर रही है. जिसमें कंपनी अपने मौजूदा से चलने वाले पेट्रोल मोटर साइकिलों को इलेक्ट्रिक वाहनों से बदलने का फैसला किया है.
Domino's Pizza E-bike partnership: डोमिनोज पिज्जा (Domino's Pizza) ने अपने डिलिवरी पार्टनर्स के लिए मौजूद पेट्रोल मोटर साइकिलों को इलेक्ट्रिक वाहनों से बदलने का फैसला किया है. इसके लिए Domino's ने रत्तनइंडिया (RattanIndia) की सहायक ई-व्हीकल निर्माता कंपनी रिवोल्ट मोटर्स (Revold Motors) के साथ हाथ मिलाया है.
Domino's ने रविवार को एक बयान में कहा कि इस पार्टनरशिप के तहत Domino's, फिलहाल Revolt की RV300 बाइक मॉडल की सारी इलेक्ट्रिक बाइक खरीद लेगा. इसके अलावा अपने फ्लीट को बढ़ाने के लिए Domino's रिवोल्ट की कस्टमाइज बाइक को भी खरीद सकता है.
काफी समय से चल रहा था पायलट प्रोजेक्ट
कंपनी ने बताया कि Domino's कुछ समय से पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर रिवोल्ट बाइक्स (Revolt Bikes) का इस्तेमाल डिलिवरी के लिए करता आ रहा है और इसके सफल परीक्षण के बाद ही अब इस पार्टनरशिप को हरी झंडी मिली है.
रत्तनइंडिया एंटरप्राइजेज (RattanIndia Enterprises) के बिजनेस चेयरमैन अंजलि रतन (Anjali Rattan) ने कहा कि इस पार्टनरशिप में Domino's के साथ हाथ मिलाकर Revolt को बड़ी खुशी हुई है. इससे न केवल पर्यावरण को लाभ होगा, बल्कि Domino's को भी अपने खर्चे बचाने में मदद मिलेगी.
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बाइक्स को जुबिलेंट के लिए किया जाएगा कस्टमाइज
रिवोल्ट मोटर्स (Revolt Motors) ने कहा कि इन बाइक्स को Domino's Pizza का संचालन करने वाले जुबिलेंट फूडवर्क्स (Jubilant Foodworks) के लिए विशेष रूप से कस्टमाइज किया जाएगा. जुबिलेंट देश में सबसे बड़े डिलिवरी फ्लीट को ऑपरेट करता है और इस पार्टनरशिप से पता चलता है कि वह क्लीन, पॉल्यूशन फ्री डिलिवरी ऑप्शन के लिए भी तैयार है.
फ्यूचर हैं इलेक्ट्रिक बाइक्स
कंपनी ने कहा कि Revolt का मानना है कि इस पार्टनरशिप से आने वाले वर्षों में बड़े पैमाने पर डिलिवरी बाइक बाजार में इलेक्ट्रिक बाइक्स की मांग बढ़ेगी.
कंपनी ने कहा कि ये इलेक्ट्रिक बाइक्स (Electric Bikes) सिर्फ इको-फ्रेंडली ही नहीं होती हैं, बल्कि कम प्रोडक्शन कॉस्ट और विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा दिए जा रहे प्रोत्साहनों के कारण इकोनॉमिक भी होते हैं.