Dividend Profit: जब कभी सरकारी कंपनियों की तरफ से डिविडेंड का ऐलान किया जाता है,  सरकार  के खजाने में भारी-भरकम राशि आती है. DIPAM यानी डिपार्टमेंट ऑफ इन्वेस्टमेंट एंड पब्लिक असेट मैनेजमेंट की तरफ से शेयर की गई सूचना के मुताबिक, सरकार को IRCTC से 175 करोड़ और GRSE से 47 करोड़ रुपए डिविडेंड के रूप में मिले हैं. BSE की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, IRCTC की तरफ से 2 रुपए के फेस वैल्यु के आधार पर 175 फीसदी यानी 3.5 रुपए प्रति शेयर के डिविडेंड का ऐलान किया गया था. चालू वित्त वर्ष के लिए IRCTC की तरफ से यह टूसरा डिविडेंडे था. उससे पहले कंपनी ने 1.5 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से डिविडेंड दिया था.

GRSE Dividend डीटेल्स

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BSE डेटा के मुताबिक, GRSE यानी गार्डन रीच शिप बिल्डर्स एंड इंजीनियर्स की तरफ से 10 रुपए के फेस वैल्यु के आधार पर 55 फीसदी यानी 5.5 रुपया प्रति शेयर डिविडेंड का ऐलान किया गया था. 20 फरवरी को रिकॉर्ड डेट था. इस फिस्कल में कंपनी की तरफ से यह दूसरा डिविडेंड जारी किया गया था. पहला फाइनल डिविडेंड सितंबर 2022 में 85 पैसे का जारी किया गया था.

IRCON और RITES से भी मिले

DIPAM सेक्रेटरी की तरफ से किए गए अन्य ट्वीट के मुताबिक, सरकार को IRCON International Limited से 124 करोड़ और RITES लिमिटेड से 104 करोड़ का डिविडेंड प्राप्त हुआ है. इसी तरह NMDC की तरफ से 668 करोड़ और BEML से 11 करोड़ रुपए डिविडेंड के रूप में मिले हैं.

PFC से 517 करोड़ रुपए मिले

उससे पहले  पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन से 517 करोड़ और भारत डायनामिक्स से 112 करोड़ रुपए प्राप्त हुए. NLC से 165 करोड़ रुपए मिले. कोचिन शिपयार्ड से 67 करोड़ और 29 करोड़ रुपए MSTC लिमिटेड से मिले हैं. डिविडेंड की यह राशि इस हफ्ते अब तक मिली है. 

इस फिस्कल डिविडेंड से 55000 करोड़ रुपए मिलने की उम्मीद

हर साल सरकार को हजारों करोड़ों की इनकम डिविडेंड से होती है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, CPSE यानी सेंट्रल पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइजेज से सरकार को चालू वित्त वर्ष में डिविडेंड के रूप में करीब 55000 करोड़ रुपए मिलेंगे. वित्त वर्ष 2021-22 में डिविडेंड के रूप में सरकार को कुल 43000 करोड़ रुपए मिले थे. इस फिस्कल यह राशि 28 फीसदी ज्यादा हो सकती है.