आम बजट आगामी 5 जुलाई को पेश होना है. ऐसे में हर सेक्टर को नई सरकार के इस पहले बजट से काफी उम्मीदें हैं. एफएमसीजी सेक्टर या फूड प्रोसेसिंग सेक्टर को भी इस बजट से काफी उम्मीदें हैं. अग्रणी एफएमसीजी कंपनी नेस्ले इंडिया के प्रबंध निदेशक (एमडी) सुरेश नारायणन आने वाले बजट को लेकर कहते हैं कि सरकार अगर बजट में रोजगार पैदा करने, निवेश बढ़ाने, फूड प्रोसेसिंग, कृषि और खपत बढ़ाने के उपायों पर गौर करेगी तो यह बेहद अच्छा होगा. इस सेक्टर में जो तकलीफें देखी जा रही हैं, उसके लिए यह काफी फायदेमंद होगा.

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फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र की तरफ से बजट में अपेक्षाओं के सवाल पर नारायणन कहते हैं कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस, बेहतर नियामकीय फ्रेमवर्क और हमारे सेक्टर से जुड़े कुछ एरिया हैं जहां जीएसटी दरें अधिक है, उनमें राहत मिलनी चाहिए. इन सबका एफएमसीजी सेक्टर पर सकारात्मक असर पड़ेगा. जीएसटी घटने से उन एरिया की खपत बढ़ सकती है. उनका कहना था कि ऑपरेशन ग्रीन से काफी फायदा मिला. हमें उम्मीद है सरकार इसे और आगे ले जाएगी.

अर्थव्यवस्था में कम होती खपत की चुनौती के सवाल पर नारायणन का कहना है कि हमारे सेक्टर में हमारी कंपनी की डिमांड में पहली तिमाही के दौरान कोई ज्यादा गिरावट देखने को नहीं मिली थी. नील्सन की रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि पहली तिमाही में ग्रामीण खपत में थोड़ी कमी देखने को मिली थी. लेकिन अगर पिछले साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो ग्राणीण खपत तीसरी तिमाही में काफी ज्यादा थी. हां, उसके बाद अभी के समय में थोड़ी कमी देखने को मिली है.

उनका कहना है कि जिस तरह से नई सरकार को जोरदार स्पष्ट बहुमत मिला है, हमें उम्मीद है कि सरकार इस पर ध्यान देगी. हालांकि, सरकार ने खुद ऐसे मामलों में खासकर रोजगार पर, निवेश पर और ग्रोथ पर कैबिनेट कमिटी बनाए हैं. हकीकत में अभी यही तीन सबसे बड़े मुद्दे हैं. ऐसे में हम उम्मीद करते हैं कि इन कदमों को अगर अमल में लाया जाए और बजट में खास उपाय किए जाएं तो अर्थव्यवस्था में हम साथ मिलकर आगे बढ़ सकते हैं.