पूर्वोत्तर राज्यों (North east states) के लिए कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने को नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने ‘उड़ान 4.0’ स्‍कीम के तहत देश के पूर्वोत्‍तर राज्‍यों में कम हवाई सेवाओं वाले 6 एयरपोर्ट और बिना हवाई सेवाओं वाले 24 एयरपोर्ट / हवाई पट्टियों शुरू करने के लिए टेंडर निकाले हैं.

वाटर एयरोड्रोम भी विकसित होगा
मंत्रालय ने North east states में एक वाटर एयरोड्रोम विकसित करने के लिए जगह भी तय कर ली है. जल्द ही इसके लिए भी टेंडर निकाला जाएगा. इस क्षेत्र को हवाई कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए सरकार की ओर से कई कदम उठाए जा रहे हैं.
 
सरकार दे रही है फंडिंग
मोदी सरकार (PM Modi Government) के इस प्रयास से न केवल North east states में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि इस क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों में भी सुधार होगा. ‘उड़ान 4.0’ स्‍कीम के तहत नागरिक उड्डयन मंत्रालय एयरलाइनों को लगभग 25 प्रतिशत का अतिरिक्‍त VGF (वायबिलिटी गैप फंडिंग या कम पड़ रही राशि का इंतजाम) भी उपलब्‍ध करा रहा है.
 
पूर्वोत्‍तर क्षेत्र में ‘उड़ान 4.0’ स्‍कीम के तहत इन एयरपोर्ट के लिए टेंडर निकाले गए
 
 
    बोली लगाने के लिए बिना हवाई सेवाओं वाले एयरपोर्ट या हवाई पट्टियों की सूची
 
  • अरुणाचल प्रदेश - अलिन्या, एलंग, दापारिजो,  मेचुका, तुतिंग, विजयनगर, वालोंग, यिंगहिओंग, जिरो
  • असम-चबुआ, दारंग, दिन्जन, लेदो, मीसा मारी, नाजि‍रा, सादिया, सोरभोग, सुकेरेटिंग (दम दमा)
  • मेघालय - द्वारा, शेल्‍ला, तुरा
  • त्रिपुरा - कैलाशहर, कमालपुर, खोवाई
 
बोली लगाने के लिए कम हवाई सेवाओं वाले एयरपोर्ट या हवाई पट्टियों की सूची
 
  • अरुणाचल प्रदेश - पासिघाट और तेजू
  • असम - जोरहाट, रूपसी, तेजपुर
  • मेघालय - शिलांग
 

 
बोली लगाने के लिए वाटर एयरोड्रोम की सूची
  • असम – उमरंगसो जलाशय