सूरत एयरपोर्ट से पहली इंटरनेशनल फ्लाइट ने भरी उड़ान, एयर इंडिया एक्सप्रेस ने सूरत-दुबई से डायरेक्ट फ्लाइट की शुरू
पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट ने सूरत को इंटरनेशनल एयरपोर्ट का दर्जा दिया है. सूरत से दुबई के लिए पहली इंटरनेशनल फ्लाइट की शुरुआत हो गई है. जानिए रूट्स.
Surat International Airport: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रविवार को सूरत हवाई अड्डे के नए अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल के उद्घाटन किया है. इसके तुरंत बाद, एयर इंडिया एक्सप्रेस ने सूरत और दुबई के बीच पहली एयरलाइन सेवा शुरू कर दी है. सूरत से दुबई के लिए एयरलाइन की उद्घाटन उड़ान रविवार सुबह 11:40 बजे 171 यात्रियों को लेकर रवाना हुई. गौरतलब है कि पिछले दिनों पीएम मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट ने सूरत को इंटरनेशनल एयरपोर्ट का दर्जा दिया था.
Surat- Dubai International Flights: सूरत-दुबई रूट पर चलेगी चार साप्ताहिक फ्लाइट्स
एयर इंडिया एक्सप्रेस के फिलहाल शारजाह के लिए पांच साप्ताहिक उड़ान हैं. एयरलाइन ने सूरत-दुबई मार्ग पर चार साप्ताहिक परिचालन के लिए कार्यक्रम की घोषणा की है.एयर इंडिया एक्सप्रेस के एमडी आलोक सिंह ने कहा,'सूरत एयर इंडिया एक्सप्रेस के लिए बहुत महत्व रखता है. हम एक नए बेड़े के साथ अपने नेटवर्क का विस्तार कर रहे हैं. मुझे खुशी है कि हम उस क्षण का हिस्सा हैं जब सूरत अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा विकसित हो रहा है और अपने नए टर्मिनल का अनावरण कर रहा है.हमने इस ऐतिहासिक उड़ान से हीरों के शहर को सोने के शहर से जोड़ दिया है.”
Surat- Dubai International Flights: 1200 घरेलू और 600 अंतरराष्ट्रियों को संभालने में सक्षम है टर्मिनल भवन
एयर इंडिया एक्सप्रेस सूरत की विकास गाथा को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है. हमने इस ऐतिहासिक उड़ान से हीरों के शहर को सोने के शहर से जोड़ दिया है.” सूरत के टर्मिनल भवन, दिन की सर्वाधिक व्यस्त अवधि के दौरान 1200 घरेलू यात्रियों और 600 अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को संभालने में सक्षम है और इस भवन में सर्वाधिक व्यस्त अवधि के संदर्भ में क्षमता को 3000 यात्रियों तक बढ़ाने का प्रावधान है. इससे यात्रियों को संभालने की वार्षिक क्षमता 55 लाख तक बढ़ जाएगी.
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को सूरत हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा घोषित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी. एक आधिकारिक बयान में कहा गया,'यह रणनीतिक कदम अभूतपूर्व आर्थिक क्षमता को उजागर करने के लिए है, जिससे सूरत अंतरराष्ट्रीय विमानन परिदृश्य में एक प्रमुख केंद्र बन जाएगा और क्षेत्र में समृद्धि के एक नए युग को बढ़ावा मिलेगा.'