पायलटों को आराम देने के लिए DGCA की सलाह, एयरलाइंस को देना होगा 2 दिन का वीकली ऑफ, इन बातों का भी रखना होगा ख्याल
IndiGo Pilots Fatigue issue: पायलटों को थकान से बचाने के लिए एविएशन रेगुलेटर DGCA ने एयरलाइंस को कुछ सलाह दिए हैं, इसमें पायलटों को अनिवार्य रूप से 2 दिन का वीकली ऑफ देने का प्रस्ताव है.
IndiGo Pilots Fatigue issue: एविएशन रेगुलेटर DGCA ने एयरलाइंस को फ्लाइट क्रू के ड्यूटी समय को नियंत्रित करने के लिए नियमों में उचित बदलाव करने का प्रस्ताव दिया है. हाल के दिनों में पायलटों के थकान की बातें सामने आई है. दरअसल, कुछ दिन पहले IndiGo के एक पायलट के नागपुर एयरपोर्ट पर बोर्डिंग गेट के बाद गिरकर हुई मौत के बाद ये मुद्दा सामने आया है. DGCA ने रात में उड़ान भरने वाले पायलटों को लगातार 48 घंटे का साप्तहिक आराम और ड्यूटी के 10 घंटे की अवधि को कम करने का प्रस्ताव दिया है. पायलटों के थकान के इन चिंताओं पर IndiGo के CEO पीटर एल्बर्स ने कहा कि इस मुद्दे पर बहुत अच्छे से विचार करने की जरूरत है.
एल्बर्स ने कहा कि सुरक्षा में सुधार करने का सबसे अच्छा तरीका है पारदर्शी तरीके से काम करना. हम पायलटों की थकान को लेकर गंभीरता से फीडबैक ले रहे हैं. इसके लिए इंटरनेशनल पैमानों को भी ध्यान में रखा जाएगा, कि यूरोपीय यूनियन और अमेरिका में काम करने की क्या तरीका है और भारतीय ढांचे से इसकी तुलना कैसे हो सकती है.
थकान के लिए लगा नया डिवाइस
पायलटों की थकान के मुद्दों के एड्रेस करने के लिए IndiGo ने सितंबर में Thales Group के साथ एक पार्टनरशिप का एलान किया, जो कि अगले कुछ महीनों में पायलटों के सतर्कता लेवल को मॉनिटर करेगा. एल्बर्स ने कहा कि इस तरह के सब्जेक्ट (पायलटों की थकान) को लेकर बहुत ही विचारशील, इन-डेप्थ अप्रोच की जरूरत होती है.
48 घंटे का हो साप्ताहिक आराम
पायलटों की थकान के मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए DGCA ने हाल ही नियमों में बदलाव करने का सुझाव दिया है. इसमें सभी शेड्यूल एयरलाइनों के प्रमुखों को पिछली तिमाही के दौरान प्राप्त थकान रिपोर्ट और उन पर की गई कार्रवाई को पेश करने का आदेश दिया है. डीजीसीए ने कहा कि एक ऑपरेटर यह सुनिश्चित करेगा कि पायलटों को कम से कम 48 घंटे का लगातार साप्ताहिक आराम दिया जाएगा, जिसमें 2 लोकल रातों का भी प्रावधान किया जाएगा. इसमें इस बात का भी ध्यान रखा जाना जरूरी है कि एक साप्ताहिक आराम के अंत और अगले की शुरुआत के बीच में 168 घंटे (24*7) से अधिक का अंतर नहीं होना चाहिए.
तेजी से बढ़ रहा है भारतीय एविएशन बाजार
नागरिक उड्डयन आवश्यकता (Civil Aviation Requirement ) में 'ड्यूटी अवधि, उड़ान ड्यूटी अवधि, उड़ान समय सीमाएं और निर्धारित आराम अवधि - अनुसूचित हवाई परिवहन संचालन में लगे उड़ान चालक दल' से संबंधित परिवर्तन प्रस्तावित किए गए हैं. इस ड्राफ्ट पर 4 दिसंबर तक टिप्पणियां मांगी गई हैं. भारत सबसे तेजी से बढ़ते सिविल एविएशन मार्केट में से एक है और पायलटों की आवश्यकता बढ़ेगी क्योंकि एयरलाइंस ने अपने परिचालन का विस्तार करने की योजना के तहत बड़े विमान ऑर्डर दिए हैं.