सस्ते हवाई सफर कराने वाली स्पाइसजेट ने आने वाले दिनों में किराया बढ़ाएगी. यह ऐलान खुद स्पाइसजेट के सीएमडी अजय सिंह ने किया है. हमारे सहयोगी चैनल जी बिजनेस की एग्जीक्यूटिव एडिटर से खास बातचीत में अजय सिंह ने स्पाइसजेट की प्लानिंग पर चर्चा की. स्पाइसजेट के लिए यह मौका खास इसलिए है क्योंकि, हाल ही में उसके बेड़े में पहला बोइंग 737 मैक्स प्लेन शामिल हो गया है. दरअसल, स्पाइसजेट ने बोइंग 737 मैक्स के 205 प्लेन ऑर्डर किए है. इनमें से पहला बोइंग 737 मैक्स प्लेन स्पाइसजेट को डिलीवर हो गया है. 

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क्यों स्पाइसजेट के लिए खास है यह प्लेन

अजय सिंह के मुताबिक, बोइंग 737 मैक्स के बेड़े में शामिल होने से ग्राहकों को लंबी यात्रा में सुखद अनुभव मिलेगा. साथ ही कंपनी के लिए भी यह विमान काफी किफायती साबित होगा. दरअसल, बोइंग 737 मैक्स में फ्यूल की खपत कम होती है. पहले के प्लेन के मुकाबले बोइंग 737 मैक्स में 35-40% कम एमिशन होता है. कई नए अंतर्राष्ट्रीय डेस्टिनेशन पर इस विमान का इस्तेमाल किया जाएगा. 

कहां के लिए शुरू होंगी नई सेवाएं

अजय सिंह ने बताया कि नए विमान के जुड़ने से अंतरराष्ट्रीय रूट पर अब दिल्ली-हांगकांग, हैदराबाद-बैंकाक की सेवाएं शुरू कर सकेंगे. बोइंग 737 मैक्स बैठने की जगह पहले के मुकाबले ज्यादा होगी. नए प्लेन से कंपनी के मार्जिन में भी सुधार होगा.

मिलेगी इंटरनेट की सुविधा

अजय सिंह के मुताबिक, कंपनी की प्लानिंग है कि वह बोइंग 737 मैक्स के जरिए ग्राहकों को ब्रॉडबैंड इंटरनेट की सुविधा दे सके. इसके लिए सरकार से इंटरनेट पॉलिसी को मंजूरी की उम्मीद है. अभी पहला प्लेन मिला है. दिसंबर तक और 10 बोइंग 737 मैक्स आएंगे. अगले 4-5 साल में 205 प्लेन की डिलीवरी हो जाएगी. 2020 तक के सभी प्लेन की फंडिंग हो गई है. 

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ग्रोथ और मांग बेहतर

अजय सिंह के मुताबिक, एविएशन में ग्रोथ और मांग बेहतर. एयर ट्रैफिक में काफी बढ़ोतरी हुई है. क्रूड के दाम बढ़े हुए है, रुपया कमजोर हुआ है. महंगे क्रूड, कमजोर रुपये का एविएशन सेक्टर पर बड़ा असर पड़ा है. हालांकि, नए प्लेन के आने से लागत में कमी देखने को मिलेगी. नए प्लेन से कुल लागत 10% तक कम होगी. बोइंग 737 मैक्स में इंजीनियरिंग कॉस्ट भी कम है. नए डेस्टिनेशन पर भी कंपनी ध्यान दे रही है. नए प्लेन से रेवेन्यू में भी इजाफा होगा. कंपनी का फोकस है कि लागत घटाई जाए. इसके लिए कंपनी आगे हवाई किरायों में बढ़ोतरी करेगी. पिछले कुछ समय में लागत बढ़ने के बावजूद किराए नहीं बढ़े हैं. इसके अलावा सरकार से एविएशन पर टैक्स घटाने की मांग की जा रही है.

एविएशन को GST में लाने की जरूरत

अजय सिंह ने कहा भारत में एविएशन सेक्टर पर ज्यादा टैक्स है. भारत में एविएशन कॉस्ट दुनिया में सबसे ज्यादा है. एविएशन सेक्टर में स्ट्रक्चर रिफॉर्म की जरूरत है. टैक्स का बोझ कम करने के लिए एविशन सेक्टर को GST में लाने की जरूरत है. GST में आने से सरकार का रेवेन्यू नहीं घटेगा. हालांकि, मोदी सरकार ने एविशन सेक्टर के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं. लेकिन, मौजूदा हालात एविएशन सेक्टर के लिए बेहतर नहीं हैं. उड़ान योजना से एविएशन सेक्टर को फायदा हुआ है. हालात अगर बेहतर होते हैं तो एविएशन के जरिए टूरिज्म सेक्टर को भी फायदा मिल सकता है.

स्पाइसजेट को होगा फायदा

अजय सिंह के मुताबिक, कंपनी का फिलहाल मार्केट शेयर 13% है. मार्केट शेयर में आगे बढ़ोतरी होने की उम्मीद है. पिछले 14 तिमाहियों से कंपनी मुनाफे में है. अक्टूबर में 42 नई प्लाइट्स शुरू की गई. 22 नवंबर से दिल्ली-हांगकांग सेवा शुरू करने की प्लानिंग है.