Sun Mobility Partners With Indian Oil: इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के इस्तेमला को बढ़ावा देने और इंफ्रास्ट्रक्चर को तैयार करने के लिए सन मोबिलिटी ने इंडियन ऑयल के साथ करार किया है. इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की एनर्जी इंफ्रा और सर्विस प्रोवाइड करने वाली देश की दिग्गज कंपनी सन मोबिलिटी ने सरकारी तेल कंपनी के साथ हाथ मिलाया है. कंपनी का कहना है कि साल 2030 तक देश के बड़े हिस्से में ज्यादा से ज्यादा बैटरी स्वैपिंग इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित करना है, जिसके चलते ये करार किया गया है. 

ये है अगले 3 साल का प्लान

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कंपनी ने बताया कि अगले 3 साल में 40 से ज्यादा शहरों में दस हजार से ज्यादा बैटरी स्वैपिंग स्टेशन्स को तैयार करना है. इसके बाद इलेक्ट्रिक टू, थ्री और स्मॉल 4 व्हीलर्स को चार्ज होने में समस्या नहीं होगी. ग्राहकों को बैटरी एज ए सर्विस के तौर की सुविधा दी जाएगी, जिसका मतलब ये हुआ कि लोगों को बैटरी के पैसे देने होंगे. 

सन मोबिलिटी के पास इतने ग्राहक 

बता दें कि ये कंपनी 25000 से ज्यादा इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को चार्ज करती है. ये 20 शहरों में अपनी सर्विस देती है. कंपनी के पास 630 से ज्यादा स्टेशन्स हैं और पचास हजार से ज्यादा स्मार्ट बैटरी हैं, जो हर महीने 10 लाख बार स्वैप होती हैं. कंपनी के चार्जिंग प्लेटफॉर्म पर 2 और 3 इलेक्ट्रिक व्हीकल का इस्तेमाल होता है. 

सन मोबिलिटी के चेयरमैन और को फाउंडर चेतन मैनी ने कहा कि 7 साल पहले, सन मोबिलिटी की शुरुआत हुई थी. तब से लेकर अबतक हमने बैटरी स्वैपिंग इंफ्रा में काफी काम किया है. इसके अलावा ग्लोबल स्तर पर भी पार्टनरशिप की है. 

इंडियन ऑयल ऐसे करेगा मदद

बता दें कि इंडियन ऑयल के पास 37000 से ज्यादा फ्यूल स्टेशन्स हैं, इन फ्यूल स्टेशन का इस्तेमाल कर सन मोबिलिटी बैटरी स्वैपिंग स्टेशन का इंफ्रा तैयार करेगी. इसके अलावा कंपनी बैटरी एज़ ए सर्विस के तौर पर प्रोवाइड करेगी.