साल था 1991.वो साल जिसे भारत के इतिहास में एक टर्निंग पॉइंट माना जाता है. ये वो टाइम था जब देश की आर्थिक स्थिति चरमरा चुकी थी. हालात ऐसे की भारत को अपना ही सोना गिरवी रखकर कर्ज लेना पड़ा था. ऐसे समय में Ministry of Finance की बागडोर संभालने वाले डॉक्टर मनमोहन सिंह ने अपने फैसलों से आर्थिक मोर्चे पर देश को मजबूत किया.
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