Editor's Take: बाजार की गिरावट में निवेशक पैनिक न करें, अच्छे शेयरों में नई खरीदारी करें
Editor's Take: आज बाजार में निवेशकों और ट्रेडर्स के मन में दो मुख्य सवाल हैं – HMPV से कितना डरना चाहिए? और आज बाजार की रिकवरी कितनी टिकाऊ होगी? मार्केट एक्सपर्ट अनिल सिंघवी ने बताया कि ऐसे माहौल में ट्रेडर्स और निवेशकों को क्या रणनीति लेकर चलनी चाहिए.
Editor's Take: सोमवार को शेयर बाजार में नए वायरस HMPV के चलते आई पैनिक सेलिंग के बाद ट्रेडर्स-निवेशक की नजर मंगलवार (7 जनवरी) के कारोबार पर होगी. आज बाजार में निवेशकों और ट्रेडर्स के मन में दो मुख्य सवाल हैं – HMPV से कितना डरना चाहिए? और आज बाजार की रिकवरी कितनी टिकाऊ होगी? मार्केट एक्सपर्ट अनिल सिंघवी ने बताया कि ऐसे माहौल में ट्रेडर्स और निवेशकों को क्या रणनीति लेकर चलनी चाहिए.
HMPV से डरने की जरूरत कितनी?
यह डर भारत के बाजारों में ही ज्यादा देखा गया, जबकि बाकी दुनिया के बाजारों पर इसका कोई असर नहीं. चीन से अब तक इस वायरस को लेकर किसी खतरे के संकेत नहीं आए हैं. ट्रंप के आने पर चीन में इस तरह की खबरें पहले भी आती रही हैं, इसलिए इसे गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं. भारत सरकार का भी मानना है कि यह वायरस नया नहीं है. अब तक सिर्फ 6 मामले सामने आए हैं, इसलिए ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है.
निवेशकों को सलाह दी जाती है कि हेल्थ और वेल्थ दोनों में पैनिक ना करें.
FIIs की बिकवाली: बड़ी या छोटी?
कल की गिरावट के मुकाबले FIIs की बिकवाली बेहद छोटी रही. कैश मार्केट में FIIs ने सिर्फ ₹2575 करोड़ की बिकवाली की. दूसरी तरफ, घरेलू फंड्स ने इसका दुगुना यानी ₹5750 करोड़ की खरीदारी की. कल के डर के कारण लोकल ट्रेडर्स और निवेशकों ने ज्यादा बिकवाली की. FIIs के आंकड़ों को देखकर यह साफ है कि चिंता की कोई बड़ी वजह नहीं है.
अमेरिका से कैसे हैं संकेत?
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डाओ जोंस कल शुरुआती बढ़त के बाद 400 पॉइंट्स फिसल गया. हालांकि, नैस्डैक और S&P ने मजबूती दिखाई. HMPV का अमेरिका में कोई डर नहीं देखा गया. डॉलर इंडेक्स में 1% की गिरावट भी भारतीय बाजार के लिए पॉजिटिव संकेत है. बॉन्ड यील्ड 4.65% पर जरूर बढ़ा, लेकिन ट्रंप के आने तक अमेरिका में बड़ी गिरावट की संभावना कम है.
कल बाजार क्यों टूटा?
बाजार के टूटने के साथ-साथ निवेशकों का सेंटिमेंट भी कमजोर हुआ. HMPV के डर का ज्यादा असर छोटे शेयरों और निवेशकों पर पड़ा. मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में 3% तक की गिरावट हुई, जो यह दिखाता है कि बाजार हल्की खराब खबर को भी झेलने के लिए तैयार नहीं है. कमजोर सेंटिमेंट के कारण बाजार में हल्की खबर पर भी ओवररिएक्शन हो रहा है.
आज की बाजार रणनीति
निफ्टी अपने मजबूत सपोर्ट जोन के करीब है. निफ्टी का सपोर्ट लेवल 23275-23450 है. बैंक निफ्टी का सपोर्ट लेवल 49800-50000 है. बैंक निफ्टी जब तक कल का लो नहीं तोड़ेगा, तब तक बड़ी कमजोरी की संभावना कम है. रिकवरी के पहले उछाल में हल्की बिकवाली हो सकती है क्योंकि फंसे हुए ट्रेडर्स निकलने की कोशिश करेंगे. अगर निफ्टी 23825 और बैंक निफ्टी 50750 के ऊपर बंद होता है, तो गिरावट रुकने के संकेत मिल सकते हैं.
ट्रेडर्स और निवेशकों के लिए सलाह
निवेशक पैनिक ना करें. अच्छे शेयरों में नई खरीदारी करें. अपनी पोजीशन होल्ड करके रखें.
ट्रेडर्स के लिए इस उतार-चढ़ाव वाले बाजार में हल्की पोजीशन रखना बेहतर होगा. खरीदारी या बिकवाली, दोनों में गलती की संभावना ज्यादा है. छोटी पोजीशन लें और स्टॉपलॉस सिस्टम में पहले से डालकर रखें.
08:57 AM IST