Russia Ukraine War: जानिए कैसे काम करती है जेवलिन मिसाइल, जिसके कारण एक साल से युद्ध में टिका है यूक्रेन
Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग को एक साल पूरे हो गए हैं. एक साल बाद भी यूक्रेन ने रूसी सेना के आगे घुटने नहीं टेके. यूक्रेन के इस प्रतिरोध का कारण जेवलिन मिसाइल है, जो उसके लिए गेम चेंजर साबित हुई. जानिए क्या है जेवलिन मिसाइल की खासियत.
Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के युद्ध को एक साल पूरे हो गए हैं. 24 फरवरी 2022 को रूस ने पड़ोसी देश यूक्रेन पर हमला कर दिया था. दुनिया को उम्मीद नहीं थी यूक्रेन सुपरपावर रूस के आगे ज्यादा दिन तक टिक पाएगा. लेकिन, यूक्रेन के सैनिक रूसी सेना का डटकर मुकाबला करने लगे. हालांकि, इसके बावजूद यूक्रेन की 18 फीसदी जमीन पर रूस ने कब्जा कर लिया है. रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के लंबा खिंचने की एक बड़ी वजह थी जेवलिन मिसाइल. ये मिसाइल यूक्रेन को अमेरिका से मिली थी.
एंटी टैंक मिसाइल है जेवलिन
जेवलिन मिसाइल एक एंटी टैंक हथियार है, जिसने रूस के कई टैकों को नेस्तेनाबूद कर दिया. इस मिसाइल का अमूमन गुरिल्ला युद्ध में इस्तेमाल होता है. ये बेहद सख्त सुरक्षा कवच को भी भेद सकती है. यही वजह है कि यूक्रेन ने न केवल एक साल तक रूसी आक्रमण का बेहद मजबूत ढंग से प्रतिरोध किया बल्कि भारी नुकसान भी पहुंचाया. जेवलिन मिसाइल 'मैन पोर्टेबल' है. इसे सैनिक अपने कंधे पर रखते और जगह बदलते हैं और जेवलिन मिसाइल के अपने सटीक निशाने से रूसी टैंको के परखच्चे उड़ा देते हैं. इस मिसाइल की रेंज 2500 मीटर तक होती है.
फायर एंड फॉरगेट हथियार जेवलिन मिसाइल
जेवलिन मिसाइल फायर एंड फॉर्गेट हथियार है. ये फायर करने से पहले से ही अपने टारगेट को लॉक कर देता है. इसके बाद सेल्फ गाइडेड मिसाइल दुशमन के टारगेट को जलाकर राख कर देती है. फायर करने के बाद से मिसाइल के टारगट तक पहुंचने में इतना वक्त होता है कि सैनिक इस दौरान छिप भी सकता है. जेवलिन मिसाइलें 160 मीटर की ऊंचाई में भी जा सकती है. इसकी लंबाई 108.1 सेमी है. वहीं, मिसाइल लॉन्चर का वजन 22.3 किलोग्राम है. मिसाइल लॉन्चर डे और नाइट विजन साइट से लैस होता है. लक्ष्य को साधने के लिए मिसाइल इंफ्रा रेड तकनीक का इस्तेमाल करती है.
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आपको बता दें कि रूस और यूक्रेन की जंग के एक साल पूरे होने के मौके पर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन अचानक राजधानी कीव पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने यूक्रेन को रक्षा पैकेज देने का ऐलान किया था. इस पैकेज में आर्मर्ड व्हीकल, रॉकेट सिस्टम, हॉवित्जर तोप, मिसाइलें जैसे सैन्य उपकरण शामिल है.