चीन को चुनौती देने के लिए बनी ये रणनीति, द्वितीय विश्व युद्ध के बाद बनाया ये प्लान
जापान ने दूसरे विश्व युद्ध के बाद पहली बार एक एयरक्राफ्ट कैरियर का प्रयोग करने का निर्णय लिया है. इस एयरक्राफ्ट कैरिया पर एक साथ दर्जनों लड़ाकू जहाजों को ले जाया जा सकेगा.
जापान ने दूसरे विश्व युद्ध के बाद पहली बार एक एयरक्राफ्ट कैरियर का प्रयोग करने का निर्णय लिया है. इस एयरक्राफ्ट कैरिया पर एक साथ दर्जनों लड़ाकू जहाजों को ले जाया जा सकेगा. इस एयरक्राफ्ट कैरियर को जापान के नए डिफेंस प्लान के तहत लाया जा रहा है जिसे 18 दिसम्बर को मंजूरी दी गई है. जापान की ओर से विशेष तौर पर चीन की बढ़ती सैन्य ताकत को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है.
जापान ने बनाया नया डिफेंस प्लान
जापान की ओर से बनाया गया नए डिफेंस प्लान के तहत दो जापान के पास मौजूद दो हैलिकॉप्टर कैरियर को भी अपग्रेट किए जाने की योजना है. जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे की अध्यक्षता में तैयार की गई नई डिफेंस पॉलिसी के तहत जापान की सैन्य ताकत को बढ़ाने के लिए कई सारे महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं.
चीन को चुनौती देगा जापान
जापान सरकार के लिए क्षेत्र में बढ़ रहा तनाव, उत्तर कोरिया की गतिविधियां व चीन की बढ़ती सैन्य ताकत चिंता का विषय बनी हुई हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए जापान ने अपनी सैन्य ताकत को बढ़ाने का निर्णय लिया है. हालांकि जापान की इस नई डिपेंस पॉलिसी पर पूरी दुनिया के रक्षा विशेषज्ञों की नजर बनी हुई है.
2024 तक खर्च होंगे 27.47 ट्रिलियन डॉलर
जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव ने 18 दिसम्बर को एक वार्ता में कहा कि जापान को सैन्य तौर पर मजबूत बनाने के लिए नई पॉलिसी जरूरी थी. इसके तहत हम सामरिक तौर पर काफी मजबूत हो जाएंगे. ये डिफेंस पॉलिसी पांच सालों के लिए बनाई गई है. इस पर 2024 तक लगभग 27.47 ट्रिलियन डॉलर खर्च किए जाएंगे.