ECB Interest Rate: रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुकी महंगाई को काबू करने के लिए यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ECB) ने ब्याज दरों में अब तक की सबसे ज्यादा तेजी की है. यूरोपीय केंद्रीय बैंक ने नीतिगत ब्याज दरों में अबतक की सर्वाधिक बढ़ोतरी की है. बैंक ने अपनी ब्याज दरों में 0.75 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है. बता दें कि यूरोपीय केंद्रीय बैंक यूरोपीय संघ के 19 सदस्य देशों के लिए केंद्रीय बैंक के तौर पर काम करता है. ईसीबी (ECB) की संचालन परिषद की बैठक में ब्याज दरों में 0.75 फीसदी की दर से बढ़ाने का अप्रत्याशित फैसला लिया है. बता दें कि ये फैसला इसलिए ज्यादा अहम है क्योंकि ईसीबी आमतौर पर अपनी ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की दर से इजाफा करता है. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ECB ने क्यों बढ़ाई ब्याज दरें

ब्याज दरों में बढ़ोतरी के पीछे का मकसद मुख्य तौर पर महंगाई को काबू करना है. ब्याज दर में यह भारी बढ़ोतरी करने का मकसद उपभोक्ताओं, कारोबार और सरकारों के लिए कर्ज को महंगा करना है. इससे खर्च और निवेश में गिरावट आती है और कंज्यूमर गूड्स में गिरावट आती है. 

अगस्त महीने में 9.1% रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची महंगाई

यूरोपीय संघ के सदस्य देशों में मुद्रास्फीति अगस्त के महीने में रिकॉर्ड 9.1 फीसदी पर पहुंच गई है. इसके अलावा आने वाले दिनों में इसके डबल डिजिट में भी जाने की आशंका जताई जा रही है. बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े युद्ध की वजह से महंगाई दर इतनी ज्यादा बढ़ गई है. 

अगली 5 पॉलिसी तक बढ़ानी पड़ेगी दरें

यूरोपीय केंद्रीय बैंक की ओर से कहा गया है कि महंगाई पर और काबू पाने के लिए अगली 5 पॉलिसी में भी ब्याज दरों में बढ़ोतरी करनी पड़ेगी. हालांकि ब्याज दरों में कितना इजाफा होगा, इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं है.

ECB की ओर से ब्याज दरों पर अनिल सिंघवी का बयान

ज़ी बिजनेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी का कहना है कि महंगाई की समस्या का केंद्र बिंदू अब यूरोप ही है. उन्होंने कहा कि महंगाई का टारगेट कम नहीं किया है बल्कि और बढ़ाया है. ऐसा बताया जा रहा है यूरोप मे अभी भी महंगाई की दर पहले के मुकाबले और बढ़ेगी.