दुनियाभर में ऐसी तमाम ऐतिहासिक धरोहरें, इमारतें और स्‍मारक हैं जो वक्त के साथ जर्जर होते जा रहे हैं, इनके संरक्षण और पुनर्उद्धार के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए हर साल विश्व धरोहर दिवस (World Heritage Day) मनाया जाता है, ताकि आने वाली पीढ़ी को इनका महत्‍व और इतिहास बताया जा सके. हर साल 18 अप्रैल को विश्व धरोहर दिवस (World Heritage Day) के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है. 

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18 अप्रैल 1982 में इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ मॉन्‍यूमेंट्स एंड साइट के द्वारा पहला विश्‍व धरोहर दिवस ट्यूनीशिया में सेलिब्रेट किया गया था. इसके अगले साल 18 अप्रैल 1983 में यूनेस्को महासभा की ओर से इसे मान्‍यता दे दी गई. ताकि लोग अपनी सांस्‍कृतिक विरासत को लेकर जागरुक हो सकें. इसके बाद से हर साल 18 अप्रैल को विश्‍व धरोहर दिवस मनाया जाता है. भारत में भी ऐसी तमाम धरोहरें हैं, जिन्‍हें यूनेस्‍को द्वारा विश्‍व धरोहर स्‍थल घोषित किया गया है. आइए आपको बताते हैं-

भारत में विश्‍व धरोहर स्‍थल 

आगरा का किला जो उत्‍तर प्रदेश में है, इसे साल 1983 में विश्‍व धरोहर घोषित किया गया.

एलोरा गुफाएं महाराष्ट्र में हैं, इन्‍हें भी साल 1983 में हेरिटेज घोषित किया गया.

अजंता गुफाएं महाराष्ट्र में हैं. इन्‍हें भी साल 1983 में विश्‍व धरोहर घोषित किया गया.

आगरा का ताजमहल 1983 में विश्‍व धरोहर घोषित किया गया.

महाबलीपुरम में स्मारक तमिलनाडु में है, इसे 1984 में वर्ल्‍ड हे‍रिटेज साइट घोषित किया गया.

सूर्य मंदिर, कोणार्क जो ओडिशा में है, इसे 1984 में विश्‍व धरोहर घोषित किया गया.

काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान, असम में है, जो कि 1985 में विश्‍व धरोहर घोषित हुआ.

केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान राजस्थान में है, इसे 1985 में हेरिटेज साइट घोषित किया गया.

मानस वन्यजीव अभयारण्य असम में है, इसे भी 1985 में विश्‍व धरोहर बनाया गया.

खजुराहो स्मारकों का समूह मध्य प्रदेश में है और इसे    1986 में हेरिटेज घोषित किया गया.

फतेहपुर सीकरी    जिला आगरा में है और 1986 में वर्ल्‍ड हे‍रिटेज साइट घोषित किया गया.

हम्पी में स्मारकों का समूह    कर्नाटक    में है और 1986 विश्‍व धरोहर बना.

गोवा के चर्च और कॉन्वेंट    गोवा को 1986 में विश्‍व धरोहर स्‍थल घोषित किया गया.

पट्टादकल के स्मारकों का समूह जो कि कर्नाटक में है, इसे 1987 में हेरिटेज घोषित किया गया.

एलीफेंटा गुफाएं महाराष्ट्र में हैं और 1987 में हेरिटेज बनीं.

सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान पश्चिम बंगाल     में है और इसे 1987 में धरोहर स्‍थल बनाया गया.

चोल मंदिर तमिलनाडु में है और 1987 में विश्‍व धरोहर स्‍थल बना

नंदा देवी और फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान उत्तराखंड में है और 1988 में हेरिटेज बना.

कैपिटल कॉम्प्लेक्स चंडीगढ़ में है और साल 2016 में विश्‍व धरोहर स्‍थल बना.

सांची के बौद्ध स्मारक मध्य प्रदेश में हैं, 1989 में इसे हेरिटेज बनाया गया.

हुमायूं का मकबरा दिल्ली में है और 1993 में धरोहर स्‍थल बना.

कुतुब मीनार और उसके स्मारक दिल्ली में है और 1993 में यूनेस्‍को ने इसे विश्‍व धरोहर स्‍थल घोषित किया.

भारत के पर्वतीय रेलवे विभिन्न भारतीय राज्य को विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल किया गया.

बोधगया में महाबोधि मंदिर परिसर    बिहार में है और 2002 में हेरिटेज घोषित हुआ.

भीमबेटका की गुफाएं जो कि मध्य प्रदेश में है और 2003 में वर्ल्‍ड हेरिटेज साइट बना.

चंपानेर-पावागढ़ पुरातत्व पार्क गुजरात में है और 2004 में इसे विश्‍व धरोहर बनाया गया.

छत्रपति शिवाजी टर्मिनल महाराष्ट्र में है और 2004 में हेरिटेज बना.

लाल किला परिसर दिल्ली    में है और साल 2007 में इसे विश्‍व धरोहर स्‍थल बनाया गया.

जंतर मंतर, जयपुर राजस्थान में है और 2010 में इसे हेरिटेज बनाया गया.

पश्चिमी घाट विभिन्न भारतीय राज्य को 2012 विरासत बना दिया है.

गुजरात के पाटन में रानी की वाव को साल 2014 में विश्व विरासत स्थल में जोड़ा गया.

ग्रेट हिमालयन राष्ट्रीय उद्यान जो हिमाचल प्रदेश में है, इसे साल 2014 में विश्व धरोहर बनाया गया.

खंगचेंदजोंगा राष्ट्रीय उद्यान सिक्किम को साल 2016 में विश्व विरासत की लिस्ट में शामिल किया गया.

बिहार के नालंदा महाविहार के पुरातत्व स्थल को विश्व धरोहर बनाया गया.

गुजरात के अहमदाबाद शहर को ऐतिहासिक शहर के रूप में विश्व विरासत स्थलों की लिस्ट में शामिल किया गया.

2018 में महाराष्ट्र के मुंबई में स्थित विक्टोरियन गोथिक को धरोहर बना दिया गया.

राजस्थान का जयपुर शहर विश्व विरासत लिस्‍ट में शामिल है.

तेलंगाना के कालेश्वर (रामप्पा) मंदिर को 2021 में विश्व विरासत की लिस्ट में शामिल किया गया.

गुजरात के धोलावीरा को साल 2021 में विश्व धरोहर स्थलों में शामिल किया गया.