हर साल 14 जून को विश्‍व रक्‍तदान दिवस (World Blood Donor Day)  मनाया जाता है. माना जाता है कि साल 1868 में आज ही के दिन  मशहूर इम्यूनोलॉजिस्ट कार्ल लैंडस्टीनर का जन्म हुआ था. कार्ल लैंडस्टीनर ने ही ABO ब्लड ग्रुप सिस्टम की खोज की थी, जिसके बाद इंसानों में अलग-अलग ब्लड ग्रुप का पता चला. इस खोल के बाद ही एक इंसान से दूसरे इंसान में रक्‍तदान संभव हो सका. रक्‍तदान को महादान माना गया है क्‍योंकि ये किसी को नई जिंदगी देता है. 

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हर साल कार्ल लैंडस्टीनर के जन्‍मदिन के मौके पर रक्‍तदान दिवस मनाकर लोगों को रक्‍तदान के फायदे बताए जाते हैं और इससे जुड़ी गलतफहमियों को दूर करके इस नेक काम के लिए प्रोत्‍साहित किया जाता है. आइए आपको बताते हैं कि रक्‍तदान किसको करना चाहिए और किसको नहीं! इस मामले में क्‍या कहती है WHO की गाइडलाइन-

किन लोगों को करना चाहिए रक्‍तदान

  • वर्ल्‍ड हेल्‍थ ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक कोई भी शारीरिक रूप से स्‍वस्‍थ व्‍यक्ति जिसकी उम्र 18 साल से 65 साल के बीच है, वो रक्‍तदान कर सकते हैं.
  • रक्‍तदान करने वाले डोनर का वजन कम से कम 45 किलो या इससे ज्‍यादा होना चाहिए.
  • रक्‍त देने वाले की पल्‍स 60 से 100 BPM के बीच होनी चाहिए.
  • रक्‍तदान करने वाले में खून की कमी नहीं होनी चाहिए. उसका हीमोग्‍लोबिन कम से कम 12-13 ग्राम होना चाहिए.

ये लोग न करें रक्‍तदान

  • डिलीवरी के एक साल बाद तक महिलाओं को रक्‍तदान नहीं करना चाहिए.
  • हार्ट, किडनी, डायबिटीज, कैंसर जैसी बीमारी है तो मरीजों को रक्‍तदान नहीं करना चाहिए.
  • अगर किसी तरह का कोई इंफेक्‍शन है, तो भी ब्‍लड डोनेट नहीं किया जा सकता.
  • हाल ही में टाइफायड, मलेरिया जैसी बीमारियों से ठीक हुए हैं तो रक्‍तदान नहीं कर सकते.
  • कोई बड़ी सर्जरी हुई हो, वो 12 महीने तक और छोटी सर्जरी के बाद 6 महीने तक ब्लड डोनेट नहीं करना चाहिए.
  • आपने टैटू बनवाया है तो आप छह महीने तक रक्‍त दान नहीं कर सकते.
  • अगर आपके शरीर में खून की कमी है, तो भी आप रक्‍तदान नहीं कर सकते.
  • शराब या किसी तरह का नशा करने के करीब 24 से 48 घंटे बाद तक ब्‍लड डोनेट नहीं कर सकते.

क्‍या रक्‍तदान करना फायदेमंद है?

रक्‍तदान सिर्फ एक अच्‍छा काम ही नहीं है, बल्कि आपकी सेहत के लिए भी काफी अच्‍छा माना जाता है. रक्‍तदान करने से शरीर तमाम बीमारियों से बचा रहता है और दिमाग एक्टिव होता है. आपका ब्‍लड पतला रहता है, जिससे दिल की सेहत यानी हार्ट में भी सुधार होता है. वेट कंट्रोल में रहता है और कई तरह की बीमारियों से बचाव होता है. इसके अलावा आप अच्‍छा महसूस करते हैं, ऐसे में आपके इमोशनल हेल्थ में भी ये सुधार करता है.

कितने अंतराल पर कर सकते हैं रक्‍तदान

पुरुष हर 3 महीने के बाद और महिलाएं 4 महीने के बाद रक्‍तदान कर सकती हैं. दरअसल शरीर में मौजूद रेड ब्लड सेल्स 3 से 4 महीने बाद नष्‍ट हो जाती हैं, ऐसे में इतने अंतराल पर रक्‍त दान करने की सलाह दी जाती है.  रक्‍तदान करते समय शरीर से एक यूनिट यानी 350 मिलीग्राम खून लिया जाता है.