गर्मी का मौसम अपना जोर पकड़ रहा है. मौसम विभाग की मानें तो दिल्‍ली-NCR समेत तमाम इलाकों में इस हफ्ते तापमान 40 से ज्‍यादा रहने की उम्‍मीद है. IMD के मुताबिक जब मैदानी इलाकों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक और पहाड़ी क्षेत्रों का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है, हीट वेव की संभावना बढ़ जाती है. वहीं अगर तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है, तो हीटवेव की खतरनाक स्थिति पैदा होती है. Heat Wave को सामान्‍य भाषा में लू कहा जाता है. लू की स्थिति में हीट स्‍ट्रोक (Heat Stroke) और डिहाइड्रेशन का रिस्‍क भी बढ़ता है. ऐसे में कुछ सावधानियां बरतना बहुत जरूरी है, वरना आपके लिए समस्‍या बढ़ सकती है.

हीट वेव से इन लोगों को ज्‍यादा खतरा

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इस मामले में डॉ. रमाकान्‍त शर्मा कहते हैं कि वैसे तो हीट वेव किसी को भी अपनी चपेट में ले सकती है, लेकिन जिनकी इम्‍युनिटी वीक है जैसे बुजुर्ग, बच्‍चे, बीमार लोग आदि को विशेष रूप से सावधानी बरतनी चाहिए. इसके अलावा गर्भवती महिलाएं, मजदूर और जो लोग फील्‍ड वर्क करते हैं, उनको भी हीट वेव के दौरान विशेष सावधानी बरतनी चाहिए.

हो सकती हैं ये समस्‍याएं

लू की चपेट में आकर कई तरह की समस्‍याएं हो सकती हैं. यहां जानिए वो लक्षण जो लू की चपेट में आने का संकेत देते हैं-डायरिया की समस्‍या, चक्‍कर, सिर में दर्द, कमजोरी, शरीर में दर्द, मांसपेशियों में ऐंठन, बहुत ज्‍यादा पसीना आना आदि. वहीं स्थिति गंभीर होने पर तेज बुखार, शरीर से पसीना निकलना बंद हो जाना, दिल की धड़कन तेज हो जाना, कंफ्यूजन, असंतुलन और दौरे की स्थिति, त्‍वचा पर चकत्‍ते, बेहोशी आदि.

बचाव के लिए क्‍या करें

  • ज्यादा से ज्यादा पानी और लिक्विड डाइट जैसे छाछ, लस्सी, कच्चा आम का पना, शिकंजी, नारियल पानी वगैरह लें. 
  • ज्यादा तेल, मसाला और गरिष्ठ भोजन व बाहर खाने से बचें. 
  • ढीले और कॉटन के कपड़े पहनें. तेज धूप में निकलने से बचें और अगर निकलना बहुत जरूरी हो तो शरीर को अच्छी तरह कवर करके और घर से पानी पीने के बाद निकलें. 
  • पानी या शिकंजी को अपने साथ रखें.
  • धूप में छाते का इस्‍तेमाल करें. धूप से आकर तुरंत पानी या कुछ ठंडा न लें. 
  • फ्रिज के ठंडे पानी की जगह मटके का पानी पीएं.
  • समस्‍या ज्‍यादा बढ़ जाए तो लापरवाही न करें. विशेषज्ञ से परामर्श करें.