आप करोड़पति हों या न हों, लेकिन बनना जरूर चाहते होंगे. एक मिडिल क्‍लास व्‍यक्ति को करोड़पति बनने के लिए काफी मेहनत करनी होती है और लंबे समय तक सब्र भी रखना पड़ता है. लेकिन अगर आप इसके लिए बहुत लंबा इंतजार नहीं करना चाहते और करोड़पति बनने का फील लेना चाहते हैं, तो एक बार लाओस चले जाइए. 

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लाओस दक्षिण-पूर्वी एशियाई देश है, जो बेहद खूबसूरत है. आमतौर पर जब किसी विदेश यात्रा पर हम जाने का मन बनाते हैं, तो बहुत सारे पैसे खर्च होने का डर सताता है. लेकिन ये एक ऐसा देश है, जहां पर आप खुद को बहुत दौलतमंद महसूस कर सकते हैं. आइए आपको बताते हैं रोचक बातें.

भारत से है पुराना संबन्‍ध

लाओस का असली नाम है 'लाओ पीपल डेमोक्रेड‍िक र‍िपब्‍ल‍िक' है. इस देश की राजधानी वियांग चान (Vientiane) है. इस देश का भारत से बहुत पुराना संबन्‍ध है. यहां रहने वाले लोग भी खुद को भारतीय ही मानते हैं. इतना ही नहीं, इस देश के लोग खुद के मूल को भारतीय ही मानते हैं.  ये अकेला ऐसा देश है, ज‍िसकी कोई कोस्‍टलाइन नहीं है.

50 हजार भारतीय रुपए करोड़ के बराबर

अगर आप खुद को करोड़पति महसूस करना चाहते हैं, तो लाओस में जाकर आसानी से इस सपने को पूरा कर सकते हैं. लाओस की करंसी का नाम लाओ कीप है, जो बहुत ही सस्‍ती करंसी है. भारत का 1 रुपए यहां के 252.01 लाओ कीप के बराबर है. अगर आपके पास 50,000 रुपए हैं तो ये वहां के1,26,00,492 लाओ कीप के बराबर हैं यानी 50,000 रुपए रखने वाला कोई भी भारतीय वहां करोड़पति जैसा है.

लंबे लोगों में होती है भारतीयों की गिनती

इतना ही नहीं, इस देश में भारतीयों की गिनती लंबे लोगों में की जाती है. लाओस के लोग दुनिया के सबसे छोटे लोगों में दूसरे नंबर पर आते हैं. यहां के लोगों की औसत हाइट 5 फीट है. इसके अलावा यहां रहने वाले ज्‍यादातर लोग जवान हैं. आंकड़े बताते हैं कि लाओस की 70 प्रतिशत जनसंख्‍या 30 साल से कम उम्र की है. इसके अलावा साउथ-ईस्‍ट एशिया की सबसे बढ़‍िया कॉफी इसी देश में उगाई जाती है. ऐसे में अगर आप कॉफी के शौकीन हैं, तो यहां आप बेहतरीन कॉफी का लुत्‍फ उठा सकते हैं.

अफीम की होती है खेती

इस देश में ज्‍यादातर लोग कृषि कर अपना जीवन चलाते हैं. ये देश दुनि‍या में सबसे ज्‍यादा अफीम की खेती करने वाले देशों में शाम‍िल है. इस कारण यहां युवाओं में नशे की लत काफी देखने को मिलती है. हालांकि यूनाइटेड नेशंस की पहल के बाद यहां की स्थितियों में सुधार हुआ है.