Paris Olympics में भारत की झोली में तीसरा मेडल, निशानेबाजी में स्वप्निल कुसाले ने जीता कांस्य पदक
Paris Olympics Medal: पेरिस ओलंपिक्स में भारत की झोली में तीसरा पदक आया है. भारतीय शूटर स्वप्निल कुसले ने पुरुष 50 मीटर एयर राइफल में कांस्य पदक जीता है.
Paris Olympics India Medal: पेरिस ओलंपिक्स में भारत को निशानेबाजी में तीसरा मेडल मिला है. भारतीय शूटर स्वप्निल कुसाले ने पुरुष 50 मीटर राइफल में कांस्य पदक जीता है. क्वालीफिकेशन में सातवें नंबर पर रहे स्वप्निल ने 451 . 4 स्कोर करके तीसरा स्थान हासिल किया. भारत का इन खेलों में यह तीसरा कांस्य है. इससे पहले मनु भाकर ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल और सरबजोत सिंह के साथ 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम वर्ग में कांस्य जीता था.
Paris Olympics India Medal: 4-मैन फील्ड में मिला था सातवां स्थान, हर 20 शॉट्स में किया 590 स्कोर
स्वप्निल कुसाले ने 50 मीटर राइफल 3 पोजिशन्स (3पी) ओलंपिक क्वालीफिकेशन राउंड की कड़ी परीक्षाओं और कठिनाइयों का अद्भुत संयम के साथ सामना किया और हर पोजिशन्स में प्रत्येक में 20 शॉट्स में शीर्ष स्तर का 590 स्कोर किया, जिससे 44-मैन फील्ड में सातवां स्थान प्राप्त किया और फाइनल में पहुंचकर भारत को पेरिस ओलंपिक में तीसरा मेडल दिलाया.एक अनुभवी 3पी शूटर स्वप्निल ने अपने पदार्पण ओलंपिक में पहला ओलंपिक फाइनल स्थान सुनिश्चित किया था.
Paris Olympics India Medal: 99 के दो स्कोर के साथ की शुरुआत
स्वप्निल कुसाले ने 60-शॉट क्वालीफाइंग राउंड में 38 इनर 10 सहित कुल 590 अंक बनाए. उन्होंने 99 के दो प्रभावशाली स्कोर के साथ शुरुआत की और एक ठोस आधार तैयार किया. उन्होंने प्रोन पोजीशन में अपना फॉर्म बरकरार रखा और 98 एवं 99 का स्कोर किया. फाइनल स्टैंडिंग पोजीशन में उन्होंने 98 और 97 का स्कोर पोस्ट किया, कुसाले की कुल संख्या फाइनल में उनकी जगह पक्की करने के लिए पर्याप्त थी. इससे पहले दो बार के ओलंपियन ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर ने थोड़ा सा चूकते हुए, 589 स्कोर के साथ 11वां स्थान प्राप्त किया था.
Paris Olympics India Medal: मेडल जीतने के बाद क्या बोले स्वप्निल के माता-पिता
स्वप्निल के पिता ने कोल्हापूर में पत्रकारों से कहा ,‘हमने उसे उसके खेल पर फोकस करने दिया और कल फोन भी नहीं किया .पिछले 10-12 साल से वह घर से बाहर ही है और अपनी निशानेबाजी पर फोकस कर रहा है. उसके पदक जीतने के बाद से हमें लगातार फोन आ रहे हैं .’ स्वप्निल की मां ने कहा ,‘वह सांगली में पब्लिक स्कूल में था जब निशानेबाजी में उसकी रूचि जगी । बाद में वह ट्रेनिंग के लिये नासिक चला गया.’
एजेंसी इनपुट्स के साथ