India vs New Zealand 1st ODI: शिखर धवन (Shikhar Dhawan) की टीम इंडिया शुक्रवार से न्यूजीलैंड के खिलाफ शुरू होने वाली तीन मैचों की वनडे सीरीज के साथ अगले साल होने वाले वर्ल्ड कप की तैयारियों की भी शुरुआत करेगी. भारत को 2020 में विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी में न्यूजीलैंड के हाथों वनडे सीरीज में 0-3 से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था और भारतीय टीम (Team India) दो साल पहले मिली इस हार का बदला लेने के इरादे से मैदान पर उतरना चाहेगी. भारत में होने वाले वनडे विश्व कप के शुरू होने में अब सिर्फ 11 महीने का समय बचा है और शुक्रवार से शुरू होने वाली सीरीज से भारत के मिडल ऑर्डर और बॉलिंग अटैक को लेकर सभी को शुरुआती ‘आइडिया’ मिल जाएगा.

बांग्लादेश सीरीज के बाद टीम इंडिया में देखा जा सकता है बदलाव

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भारत के पांच सीनियर खिलाड़ी कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली, केएल राहुल, जसप्रीत बुमराह और रविंद्र जडेजा इस सीरीज में नहीं खेल रहे हैं और ऐसे में कुछ हद तक ये पता चल जाएगा टीम किस दिशा में आगे बढ़ रही है. इन सभी सीनियर खिलाड़ियों को अब ज्यादा से ज्यादा वनडे क्रिकेट खेलना होगा, जिसकी शुरुआत बांग्लादेश सीरीज से होगी. उनकी वापसी के बाद टीम में काफी बदलाव देखने को मिलेगा.

टीम इंडिया के इन सीनियर खिलाड़ियों की गैर-मौजूदगी में शिखर धवन टीम की कमाल संभाल रहे हैं. उन्होंने पिछले दो सालों में वनडे क्रिकेट में करीब 1000 रन बनाए हैं. पिछले दो सालों में वे केवल इसी फॉर्मेट में खेले हैं. अगर इस फॉर्मेट में देखा जाए तो विराट कोहली और रोहित शर्मा दोनों ने धवन के मुकाबले में एक-तिहाई वनडे ही खेले हैं क्योंकि उन्होंने टेस्ट और टी20 पर अधिक ध्यान दिया.

ओपनिंग बल्लेबाज के रूप में बेहतर दिख रहे हैं शुभमन गिल

इसी बीच शुभमन गिल ने वनडे में ओपनिंग बल्लेबाज के रूप में खुद को साबित किया. उन्होंने अभी तक जितने भी वनडे मैच खेले हैं उनमें उनका औसत 57 रन प्रति पारी से ज्यादा और स्ट्राइक रेट 100 से ज्यादा है. ऐसी स्थिति में भारत के पास ओपनिंग बल्लेबाज के रूप में रोहित, धवन और गिल तीन खिलाड़ी होंगे.

केएल राहुल वनडे में मिडल ऑर्डर में खेलते रहे हैं. मिडल ऑर्डर में भारत के पास श्रेयस अय्यर भी हैं जिन्होंने शार्ट पिच गेंदों को खेलने में परेशानी होने के बावजूद लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है. सूर्यकुमार यादव इस समय बेहतरीन फॉर्म में चल रहे हैं और अगर वे फिट रहते हैं तो फिर उन्हें बाहर नहीं किया जा सकता है. संजू सैमसन को भी लंबे समय तक नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है जबकि अपने ऑलराउंड खेल के कारण दीपक हुड्डा को भी बाहर रखना सही नहीं होगा.

टीम इंडिया के मुकाबले न्यूजीलैंड के बॉलिंग अटैक में ज्यादा ताकत

अगर सीरीज की बात करें तो पांच दिन के अंदर तीन वनडे मैच खेले जाएंगे और ऐसे में तेज गेंदबाजों को जल्द से जल्द थकान से उबरना होगा. दीपक चाहर और शार्दुल ठाकुर को नई गेंद की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. ये दोनों निचले क्रम में बल्लेबाजी का विकल्प भी उपलब्ध कराएंगे. अर्शदीप सिंह तीसरे ऑप्शन हो सकते हैं लेकिन वे लगातार खेल रहे हैं और ऐसे में कुलदीप सेन या उमरान मलिक को मौका मिल सकता है. स्पिनरों में वॉशिंगटन सुंदर को प्लेइंग 11 में जगह मिलने की संभावना है.

ईडन पार्क का मैदान छोटा है और ऐसे में धवन को इस पर विचार करना होगा कि वे अतिरिक्त तेज गेंदबाज के साथ खेलें या कुलदीप यादव के रूप में अतिरिक्त स्पिनर रखें. न्यूजीलैंड की टीम लगभग वही रहने वाली है, जिसने टी20 सीरीज में हिस्सा लिया था. कीवी टीम का बॉलिंग अटैक काफी मजबूत है. जिसमें स्विंग कराने में माहिर टिम साउदी, एडम मिल्ने, लॉकी फर्ग्यूसन, मैट हेनरी और स्पिनर मिचेल सेंटनर शामिल हैं. अगर इसमें ऑलराउंडर डैरिल मिचेल और जेम्स नीशम को भी शामिल कर लें तो न्यूजीलैंड के पास गेंदबाजी के पर्याप्त विकल्प हैं.

टीम इस प्रकार हैं

भारत: शिखर धवन (कप्तान), शुभमन गिल, सूर्यकुमार यादव, श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), संजू सैमसन (विकेटकीपर), दीपक हुड्डा, शाहबाज अहमद, वाशिंगटन सुंदर, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, दीपक चाहर, अर्शदीप सिंह, शार्दुल ठाकुर, कुलदीप सेन और उमरान मलिक.

न्यूजीलैंड: केन विलियमसन (कप्तान), फिन एलेन, डेविन कॉनवे, टॉम लैथम, डेरिल मिशेल, ग्लेन फिलिप्स, माइकल ब्रेसवेल, टिम साउदी, मैट हेनरी, एडम मिल्ने, जिमी नीशम, मिशेल सेंटनर और लॉकी फर्ग्यूसन.

भाषा इनपुट्स के साथ