इन दिनों शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri) चल रही है. नवरात्रि के पहले दिन घट स्‍थापना के समय जौ भी बोए जाते हैं. इसके बाद इन्‍हें नौ दिनों तक पानी से सींचा जाता है ताकि हरे-भरे जवारे की फसल अच्‍छी तरह से उग आए. नवरात्रि समाप्‍त होने के बाद इन्‍हें बहते हुए जल में बहा दिया जाता है. अगर आप भी हर बार ऐसा ही करते हैं, तो इस बार ऐसा न करें. इन जवारों को पानी में बहाने की बजाय आप इसका जूस निकालकर प्रसाद घर के लोगों के बीच बांटें क्‍योंकि ये जवारे सुपरफूड से कम नहीं हैं. जवारे के जूस सेहत का खजाना माना जाता है और शरीर को तमाम रोगों से बचाने में मददगार है. जानिए इसके फायदे.

डायबिटीज

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डायबिटीज के मरीजों के लिए जवारे का जूस बहुत फायदेमंद माना जाता है. ये शरीर में शुगर के लेवल को नियंत्रित रखने में बहुत मददगार माना जाता है. ये बात कई शोध में भी सामने आ चुकी है.

पाचन तंत्र

अगर आपको गैस, एसिडिटी और पाचन तंत्र से जुड़ी तमाम समस्‍याएं हैं तो जवारे का रस आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है. ये पाचन तंत्र को दुरुस्‍त करता है और इससे जुड़ी तमाम परेशानियों से बचाता है.

एनीमिया 

जिन लोगों के शरीर में खून की कमी होती है, उनके लिए जवारे का रस किसी वरदान से कम नहीं होता. ये एनीमिया के रोगियों के लिए बहुत ज्‍यादा फायदेमंद होता है. अगर आप लगातार कुछ दिन रोजाना जवारे का रस पी लें, तो कुछ दिनों में आपको इसका असर दिख जाएगा.

स्किन डिजीज

अगर किसी को स्किन से जुड़ी समस्‍याएं हैं, तो उन्‍हें जवारे का रस पीना चाहिए. इससे आपका ब्‍लड प्‍योरीफाई होता है और स्किन से जुड़े तमाम समस्‍याएं दूर होती हैं. इसे पीने से चेहरे पर चमक और फ्रेशनेस आती है. 

आंखों की रोशनी

जवारे का रस आंखों और बालों की सेहत के लिए भी अच्‍छा माना जाता है. इसे पीने से आंखों की रोशनी अच्‍छी होती है. वहीं अगर किसी को हेयर फॉल बहुत ज्‍यादा है, असमय बाल सफेद हो रहे हैं, तो जवारे का रस इस समस्‍या को नियंत्रित करने में मददगार साबित हो सकता है. 

नोट- ये आर्टिकल केवल सामान्‍य जानकारी के लिए है. किसी भी तरह का प्रयोग करने से पहले एक बार विशेषज्ञ से परामर्श जरूर कर लें.