Dhanteras 2022: धनतेरस के दिन क्यों खरीदा जाता है सोना-चांदी, झाड़ू और बर्तन? जानिए 5 प्रमुख कारण
Dhanteras 2022: इस साल 24 अक्टूबर को दिवाली है. उससे दो दिन पहले धनतेरस होता है. इसी दिन सोना-चांदी, झाड़ू और बर्तन की खरीदारी की जाती है. इसे खरीदना काफी शुभ माना जाता है. धार्मिक मान्यताओं में इन घटनाओं की बहुत ज्यादा महत्ता है.
Dhanteras 2022: दिवाली का पर्व नजदीक आ गया है. हिंदू धर्म के मुताबिक, धनतेरस से ही दीपावली पर्व की शुरुआत होती है. धनतेरस के दिन लोग सोना-चांदी के अलावा झाड़ू और बर्तन जैसे सामान खरीदते हैं. यह काफी शुभ माना जाता है. क्या आपने कभी सोचा है कि इस खास दिन इन खास समानों की खरीदारी क्यों की जाती है? इस आर्टिकल में जानेंगे कि इसके पीछे की पौराणिक मान्यता क्या है.
धनतेरस के दो दिन बाद लक्ष्मी पूजा
कार्तिक महीने के त्रियोदशी तिथि को धनतेरस मनाया जाता है. इसके दो दिन बाद आमावस्या के दिन दिवाली मनाई जाती है. धनतेरस के खास मौके पर देवी लक्ष्मी के साथ-साथ भगवान धनवंतरि की भी पूजा की जाती है. हिंदू धर्म की ऐसी मान्यता है कि जब समुद्र का मंथन किया गया था, तब भगवान धनवंतरि ही सोने का कलश लेकर बाहर निकले थे. उनके बाहर निकलने के दो दिन बाद मां लक्ष्मी प्रकट हुई थीं. यही वजह है कि पहले धनतेरस पूजा होती है और उसके दो दिन बाद लक्ष्मी पूजा या दिवाली होती है. धनवंतरि को रोगों का देवता भी कहा जाता है.
सोना खरीदने से ऐश्वर्य बढ़ता है
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, सोना भगवान धनवंतरि और कुबेर का प्रतीक है. अगर इस दिन सोना खरीदते हैं तो सभी को आरोग्य और सौभाग्य प्राप्त होगा. यह आर्थिक और शारीरिक रूप से लाभप्रद माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि अगर इस दिन सोना या सोना के बने आभूषण खरीदते हैं तो ऐश्वर्य बढ़ता है और नकारात्मक एनर्जी कम होती है.
चांदी खरीदने से क्या होता है
चांदी को लेकर कहा जाता है कि यह चंद्रमा का प्रतीक है. चांद से हमें शीतलता मिलती है. अगर मन में शीतलता और शांति है तो जिंदगी खुशहाल रहेगी. इसके अलावा यह रोग दूर करने में भी मदद करती है. यही वजह है कि आयुर्वेद में सोना और चांदी के बर्तन में दवाई तैयार की जाती थी. धार्मिक मान्यता ये भी है कि धनतेरस के दिन अगर चांदी खरीदते हैं तो घर में सुख, शांति, ऐश्वर्य, संपन्नता आएगी.
झाड़ू क्यों खरीदा जाता है?
अपने पुराणों के मुताबिक, झाड़ू को मां लक्ष्मी का रूप माना जाता है. यही वजह है कि झाड़ू में पैर लगाने से मना किया जाता है. अगर गलती से घर के झाड़ू में पैर भी लग जाता है तो बड़े-बुजुर्ग प्रणाम करने के लिए कहते हैं. ज्योतिष ज्ञान के मुताबिक, झाड़ू दुख को दूर करने वाला और सुख को आकर्षित करने वाला बताया गया है. बहुत लोगों के मुंह से सुना होगा कि रोजाना घर में झाड़ू लगाने से कर्ज घटता है और दरिद्रता दूर होती है.
बर्तन खरीदने से क्या होता है?
बर्तन खरीदने को लेकर कहा जाता है कि इससे शारीरिक लाभ मिलता है. धनवंतरि भगवान देवताओं के वैद्य हैं. आपने कई लागों से सुना होगा कि पीतल के बर्तन में रखा पानी पीने से इम्युनिटी बूस्ट होता है. आयुर्वेद में पीतल के बर्तन का बड़ा महत्व है. यही वजह है कि बर्तन और खासकर पीतल के बर्तन खरीदने की सलाह दी जाती है.
(Disclaimer: इस आर्टिकल की जानकारी लोगों की मान्यताओं पर आधारित है. जी बिजनेस इन तथ्यों की पुष्टि नहीं करता है.)