Ganesh Chaturthi 2024 Shubh Muhurat: साल का सबसे बड़ा गणेश उत्‍सव शनिवार 7 सितंबर से शुरू होने जा रहा है. गणेश उत्‍सव मुख्‍य रूप से महाराष्‍ट्र का त्‍योहार है, लेकिन इसकी धूम अब पूरे देश में देखने को मिलती है. गणेश चतुर्थी के दिन से शुरू हुए इस उत्‍सव का समापन अनंत चतुर्दशी के दिन होता है. इस बीच गजानन के भक्‍त गणेश चतुर्थी के दिन धूमधाम से उन्‍हें घर लेकर आते हैं और उनकी स्‍थापना करते हैं. अगर आप भी इस साल गणपति को अपने घर लाने की तैयारी कर रहे हैं तो नोट कर लीजिए स्‍थापना का शुभ मुहूर्त.

ये है गणपति स्‍थापना का शुभ मुहूर्त

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस मामले में ज्‍योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र का कहना है कि गणेश चतुर्थी शुक्रवार 6 सितंबर को दोपहर 03 बजकर 01 मिनट पर शुरू होगी और 7 सितंबर को शाम 05 बजकर 37 मिनट पर इसका समापन होगा. उदया तिथि के हिसाब से गणेश उत्‍सव की शुरुआत 7 सितंबर से मानी जाएगी. गणेश जी की स्‍थापना के लिए शुभ मुहूर्त की बात करें तो आपको करीब ढाई घंटे का बेहद शुभ समय मिलेगा. आप गजानन की स्‍थापना सुबह 11 बजकर 03 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजकर 34 मिनट के बीच कभी भी कर सकते हैं.

ऐसे करें स्‍थापना और पूजा

गणेश चतुर्थी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें. घर के मंदिर को साफ करें और बप्‍पा के आगमन के लिए घर को सजाएं. ईशान कोण में लकड़ी की चौकी की स्थापित करें और चौकी पर लाल या पीले रंग का वस्‍त्र बिछाएं. शुभ मुहूर्त में गणपति की प्रतिमा को घर लाएं और चौकी पर विराजमान करें. इसके बाद उन्‍हें सिंदूर, फूलमाला, धूप, दीप, अक्षत, पान, लड्डू, मोदक, दूर्वा आदि अर्पित करें. इसके बाद नियमित रूप से गणेश जी की विधिविधान से पूजा करें. पांचवें, सातवें या 11वें दिन आप गणपति विसर्जन कर सकते हैं.

क्‍या है गणेश उत्‍सव का महत्‍व

ज्‍योतिषाचार्य का कहना है कि भगवान गणेश को दुखहर्ता, शुभकर्ता और विघ्‍नहर्ता जैसे नामों से जाना जाता है. मान्‍यता है कि गणेश चतुर्थी के दौरान गणपति की स्‍थापना जिस घर में की जाती है और विधि-विधान से पूजन वगैरह किया जाता है, उस घर के सारे कष्‍ट, परेशानियां और विघ्‍न गणपति अपने साथ ले जाते हैं. ऐसे घर में सब कुछ मंगल ही मंगल होता है. पूरे साल लोग इस पर्व का इंतजार करते हैं और धूमधाम से इसे मनाते हैं. महाराष्‍ट्र में गणेश उत्‍सव को बहुत बड़े स्‍तर पर मनाया जाता है.