Elon Musk ने आखिरकार खोला राज, बताया- क्यों खरीदा Twitter, विज्ञापन कंपनियों को दिया ये मैसेज
Elon Musk ने ट्विटर पर एक लंबा चौड़ा स्टेटमेंट जारी करके बताया है कि उन्होंने किस मोटिव के साथ इस प्लेटफॉर्म को खरीदा है, और एडवर्टाइजिंग को लेकर उनका क्या सोचना है.
माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म Twitter को खरीदने के लिए डील फाइनल करने से एक दिन पहले Elon Musk ने एक लंबा चौड़ा स्टेटमेंट जारी करके बताया है कि उन्होंने किस मोटिव के साथ इस प्लेटफॉर्म को खरीदा है, और एडवर्टाइजिंग को लेकर उनका क्या सोचना है. महीनों से ट्विटर खरीदने को लेकर चल रही खींचतान के बीच मस्क को कोर्ट से आदेश मिला हुआ है कि वो मौजूदा शर्तों पर डील को 28 अक्टूबर तक फाइनल करें, वर्ना उन्हें फुल ट्रायल से गुजरना होगा. इसके पहले मस्क बुधवार को ट्विटर हेडक्वॉर्टर जा चुके हैं और इसके बाद यह लंबा चौड़ा बयान जारी किया है.
ट्विटर पर शेयर किए गए इस पोस्ट में उन्होंने कहा है कि "मैंने ट्विटर क्यों खरीदा है और मैं एडवर्टाइजिंग के बारे में क्या सोचता हूं, इसपर काफी अटकलें लगाई गई हैं, जिनमें से ज्यादातर गलत ही रही हैं. ट्विटर का अधिग्रहण करने की वजह ये है कि हमारी आने वाली सभ्यता के पास एक कॉमन डिजिटल स्पेस होना चाहिए, जहां अलग-अलग विचारधारा, विश्वास के लोग बिना हिंसा के स्वस्थ चर्चा कर सकें."
मस्क ने आगे लिखा है, "अभी ऐसा बड़ा खतरा सामने है कि सोशल मीडिया कट्टर दक्षिणपंथ और कट्टर वामपंथ के बीच में बंट जाएगा और हमारी सोसाइटी में और नफरत फैलाएगा. ज्यादा क्लिक की चाह में अधिकतर ट्रेडिशनल मीडिया संस्थानों ने इस कट्टरवाद को हवा दी है क्योंकि उनको लगता है कि इसी से पैसा आता है. लेकिन ऐसा करने के चक्कर में संवाद का मौका खो गया है."
वो आगे कहते हैं "मैंने इसीलिए ट्विटर को खरीदा है. मैंने ये इसलिए नहीं किया कि यह आसान होगा. मैंने ज्यादा पैसे बनाने के लिए नहीं किया. मैंने मानवता के लिए यह किया है, जिससे मुझे प्यार है. मैं यह पूरी विनम्रता के साथ कर रहा हूं क्योंकि ऐसे लक्ष्य को हासिल करने में असफलता मिले, ऐसा संभव है, ये मानकर चलना चाहिए."
फिर प्लेटफॉर्म पर क्या होगा स्वतंत्रता का पैमाना?
मस्क ने कहा कि "इसका मतलब नहीं है कि ट्विटर ऐसी जगह बन जाएगा, जहां जिसका जो मन करे वो करें और इसके नतीजों की चिंता न करें. हमें कानून को मानना ही होगा. लेकिन ये सबके लिए खुला होगा."
एडवर्टाइजिंग को लेकर क्या रुख रहेगा?
मस्क ने कहा कि जिन ऐड्स की रेलेवेंसी कम होती हो, वो दरअसल स्पैम की कैटेगरी में आने चाहिए. वहीं, हाई रेलेवेंसी वाले ऐड कंटेंट हैं. ऐड्स का ये पॉजिटिव पहलू है कि वो ऐसी चीजें आप तक पहुंचा सकते हैं, जिसकी आपको जरूरत है लेकिन आपको इसके बारे में नहीं पता. ट्विटर यूजर्स को वही ऐड्स दिखाए जाने चाहिए जो उनके एक्सपीरियंस और रेलेवेंसी से जुड़े हों, वर्ना वो स्पैम हैं.
मस्क ने आखिर में कहा कि ट्विटर सबसे ज्यादा सम्मानित एडवर्टाइजिंग प्लेटफॉर्म बनना चाहता है, जो आपके ब्रांड और एंटरप्राइज को मजबूत करेगा.