Akshaya Tritiya का पर्व इस साल 22 अप्रैल को है. ये दिन श्रीहरि और माता लक्ष्‍मी को समर्पित होता है. इसी दिन भगवान विष्‍णु के छठवें अवतार परशुराम जी का जन्‍म भी हुआ था. हर साल अक्षय तृतीया के दिन भगवान परशुराम की जयंती (Parshuram Jayanti 2023) मनाई जाती है. पुराणों में अक्षय तृतीया के दिन को बेहद शुभ बताया गया है. कहा जाता है कि इस दिन किए गए शुभ काम का पुण्‍य जन्‍म-जन्‍मांतर तक साथ रहता है. 

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ज्‍योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र का कहना है कि अक्षय तृतीया के दिन किसी भी अच्‍छे काम की शुरुआत की जा सकती है. इस दिन लोगों को गंगा स्‍नान करना चाहिए और ईश्‍वर का विशेष पूजन करना चाहिए. साथ ही अक्षय तृतीया के दिन दान का विशेष महत्‍व माना गया है. आप भी इस शुभ दिन पर कुछ विशेष चीजों का महादान करके जन्‍म-जन्‍मांतर का पुण्‍य प्राप्‍त कर सकते हैं.

अनाज

अन्‍नदान को महादान माना गया है. अक्षय तृतीया के दिन गरीबों और जरूरतमंदों के बीच अन्‍न दान करें. आप इस दिन अन्‍नदान के तौर पर जरूरतमंदों को भोजन करवा सकते हैं या फिर आटा, चावल, गेहूं, दाल आदि चीजें दान में दे सकते हैं. 

जल

गर्मी का समय है तो जल की जरूरत कहीं ज्‍यादा बढ़ गई है. ऐसे में आप अक्षय तृतीया के दिन प्‍याऊ लगवाकर राह चलते राहगीरों को पानी पिलाकर या शर्बत पिलाकर पुण्‍य कमा सकते हैं. आप चाहें तो किसी गरीब या जरूरतमंद को मटका और सुराही भी पानी भरकर दान कर सकते हैं. इसके अलावा बेजुबां जानवरों और पक्षियों के लिए पानी का इंतजाम करें. हो सके तो अक्षय तृतीया से शुरू करके इस नियम को पूरी गर्मियों में जारी रखें, आपको इसका बहुत पुण्‍य मिलेगा.

वस्‍त्र

ऐसे तमाम लोग हैं जिन्‍हें वस्‍त्र की जरूरत होती है. आप अक्षय तृतीया के दिन ऐसे लोगों को वस्‍त्र दान करके उनकी मदद कर सकते हैं और पुण्‍य अर्जित कर सकते हैं. आप चाहें तो किसी वृद्धाश्रम, अनाथ आश्रम या कुष्‍ट आश्रम में भी वस्‍त्र दान कर सकते हैं. 

ठंडी चीजें

गर्मियों का मौसम है, धूप तेज हो चुकी है और हर तरफ लोग गर्मी के कारण व्‍याकुल हो गए हैं. आप इस मौसम में उन्‍हें सत्‍तू, तरबूज, खरबूज, अंगूर, छाता, चप्‍पल आदि चीजें दान कर सकते हैं. ये चीजें उनके लिए काफी मददगार साबित हो सकती हैं.

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