बीते कुछ दिनों से दिल्‍ली में प्रदूषण के चलते हालात काफी खराब थे. औसत AQI 450 की लिमिट को पार कर गया था, जिसके कारण लोगों का घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो रहा था. आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. लेकिन आज गुरुवार को दिल्‍ली-एनसीआर के हालात और दिन के मुकाबले काफी बेहतर दिखे. 

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दिल्‍ली का औसत AQI आज गुरुवार को 400 से कम रहा. आज का Average AQI 380 दर्ज किया गया. इसके साथ एयर क्‍वालिटी में भी सुधार हुआ. ये 'बेहद गंभीर' की कैटगरी से निकलकर 'बेहद खराब' की कैटेगरी में रही. इस बीच आसमान भी साफ नजर आया और विजिबिलिटी भी अन्‍य दिनों से  बेहतर रही. फिलहाल हवाई सेवा पर आज कोई असर नहीं दिखा, हालांकि ट्रेन लेट चलने का सिलसिला जारी है.

बीते दिनों बहुत खराब रहा AQI

बता दें कि बीते दिनों में दिल्‍ली का औसत एक्‍यूआई 450 को पार कर गया था. कुछ इलाकों में ये 500 से भी काफी ज्‍यादा रहा. गिरते वायु गुणवत्ता के बीच दिल्ली सरकार ने सख्त नियमों के साथ ग्रैप-4 लागू कर दिए है, साथ ही प्रदूषण की वजह से स्कूलों, कॉलेजों को बंद करके उनकी क्‍लासेज को ऑनलाइन मोड में कर दिया गया. कई ऑफिसों में वर्क फ्रॉम होम लागू कर दिया गया. 

कब-कब लागू होते हैं ग्रैप के चरण

राजधानी में प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए सरकार ग्रेडेड एक्शन प्लान यानी GRAP लागू करती है. प्रदूषण के अलग-अलग स्‍तर के हिसाब से ग्रैप के अलग-अलग चरण लागू किए जाते हैं. इसके तहत सरकार पाबंदियां लगाती है और प्रदूषण कम करने के उपाय जारी करती है.

GRAP-1: खराब (AQI 201-300)

GRAP-2: बहुत खराब (AQI 301-400‌)

GRAP-3: गंभीर ( AQI 401 से 450)

GRAP-4: बहुत गंभीर ( AQI 450 से ज्यादा)

क्‍या होता है AQI

AQI के जरिए हवा में मौजूद कार्बन डाइऑक्साइड (CO), नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO2), ओजोन, PM 2.5 और पीएम 10 पॉल्यूटेंट्स वगैरह को देखा जाता है. ये पॉल्यूटेंट्स हवा में जितने ज्‍यादा होंगे, हवा उतनी ही जहरीली होगी. इनमें भी PM 2.5 को बेहद खतरनाक माना जाता है. ये अतिसूक्ष्म कण होते हैं जिनका व्यास 2.5 माइक्रोमीटर या इससे कम होता है. PM 2.5 कोयले को जलाने, पराली जलाने, औद्योगिक ईकाइयों से उत्सर्जन, गाड़ियों से निकलने वाला धुआं आदि तमाम इसके कारण हो सकते हैं

प्रदूषण के छह मानक

बता दें कि एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) के छह मानक होते हैं, जो ये बताते हैं कि शहर की हवा सांस लेने योग्‍य है या नहीं. ये छह मानक हैं- अच्छी, संतोषजनक,सामान्‍य, खराब, बहुत खराब और गंभीर जैसी कैटेगरी शामिल हैं. 0-50 के बीच 'अच्‍छी', 51-100 के बीच 'संतोषजनक', 101 से 200 के बीच 'सामान्य', 201 से 300 के बीच 'खराब', 301 से 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 से 500 के बीच अगर AQI पहुंच जाए तो इसे 'गंभीर' माना जाता है.