UPI Transactions Daily Jump: भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांता दास ने बताया कि यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) के जरिए हो रहे पेमेंट्स में जबरदस्त ग्रोथ देखने को मिली है. पिछले 1 साल में यूपीआई के जरिए हो रहे हर दिन के ट्रांजैक्शन में बढ़िया ग्रोथ दिखी है. ये आंकड़ा अब 36 करोड़ के पार चला गया है. यानी कि हर दिन 36 करोड़ से ज्यादा यूपीआई ट्रांजैक्शन हो रहे हैं. ये आंकड़ा फरवरी 2022 में हुए 24 करोड़ यूपीआई ट्रांजैक्शन से 50 फीसदी ज्यादा है. वैल्यू के लिहाज से बात करें तो ये ट्रांजैक्शन 6.27 लाख करोड़ रुपए की रहीं. जबकि फरवरी 2022 में 5.36 लाख करोड़ रुपए की वैल्यू के यूपीआई ट्रांजैक्शन हुए थे. 

1000 करोड़ रुपए के आंकड़ें को किया पार

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RBI के गवर्नर शक्तिकांता दास ने कहा कि डिजिटल पेमेंट ट्रांजैक्शन ने 1000 करोड़ रुपए मंथली का आंकड़ा भी पार कर लिया है. ये आंकड़ा पिछले 3 महीने से लगातार 1000 करोड़ रुपए के ऊपर ही है. उन्होंने आगे कहा कि हमारे पेमेंट सिस्टम ग्लोबली चर्चा में है. कुछ देशों ने अपने यहां यूपीआई ट्रांजैक्शन अपनाने में दिलचस्पी भी दिखाई है. 

हाल ही में पूरे भारत का एक डिजिटल पेमेंट्स सर्वे किया गया था, जिसमें 90000 लोगों से सवाल-जवाब किए गए थे. इसमें 42 फीसदी ने कहा कि वो यूपीआई ट्रांजैक्शन का इस्तेमाल किया करते थे. 

जनवरी 2023 में हुआ इतना ट्रांजैक्शन

वॉल्यूम के लिहाज से बात करें तो जनवरी 2023 में यूपीआई ट्रांजैक्शन ने 800 करोड़ का आंकड़ा पार किया है. जबकि NEFT (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड्स ट्रांसफर) ने सबसे ज्यादा दैनिक ट्रांजैक्शन देखे, जिनका वॉल्यूम 3.18 करोड़ था. 

2016 में हुआ था लॉन्च

बता दें कि देश में यूपीआई को साल 2016 में लॉन्च किया गया था और तब से लेकर अबतक ये सिस्टम सबसे ज्यादा लोकप्रिय हो चुका है. जनवरी 2017 में यूपीआई ट्रांजैक्शन के आंकड़ा 0.45 करोड़ था जो 2023 जनवरी में बढ़कर 804 करोड़ हो गया है. समान अवधि में यूपीआई ट्रांजैक्शन का वॉल्यूम 1700 करोड़ रुपए से बढ़कर 12.98 लाख करोड़ रुपए हो गया है.