सावधान! आपके Keyboard की आवाज सुनकर Hacker ने लगा लिया Password का पता, AI की हेल्प से हुआ मुमकिन
Typing noise can leak your Password: सेंधमारी के लिए हैकर्स कोई न कोई नया तरीका जरूर ढूंढ लेते हैं. हाल ही में एक स्कैम कीबोर्ड (Keyboard Typing Scam) से जुड़ा हुआ है. आइए जानते हैं कितना खतरनाक है ये स्कैम.
Typing noise can leak your Password: हैकर्स से बचने के लिए आपने कितने ही उपाय निकालेंगे होंगे. फोन में प्राइवेसी सेटिंग्स को स्ट्रॉन्ग रखा होगा. बैंकिंग डीटेल्स को हाइड करके रखा. तमाम ऐसे स्टेप्स हैं जो आप अप्लाई कर चुके हैं. लेकिन हैकर्स फिर भी आपने फोन में घुसने के लिए कामयाब होते जा रहे हैं. सेंधमारी के लिए हैकर्स कोई न कोई नया तरीका जरूर ढूंढ लेते हैं. हाल ही में एक स्कैम कीबोर्ड (Keyboard Typing Scam) से जुड़ा हुआ है. स्कैमर्स आपकी टाइपिंग की आवाज के जरिए सिस्टम को हैक कर रहे हैं. आइए जानते हैं कितना खतरनाक है ये Scam.
हर कोई सिस्टम/लैपटॉप में शामिल अपनी पर्सनल डीटेल्स किसी के साथ भी शेयर नहीं करना चाहता. इसलिए वो सिस्टम/लैपटॉप में पासवर्ड लगाकर रखते हैं. लेकिन आवाज का क्या करेंगे?. ZDnet की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि हैकर्स एक स्पेशल टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके आपके पासवर्ड को की-बोर्ड की आवाज से क्रैक कर सकते हैं.
क्या है हैक करने का नया तरीका?
जब भी हम सिस्टम, फोन या लैपटॉप में पासवर्ड टाइप करते हैं तो चिंता रहती है कि हमारा पासवर्ड कोई देख तो नहीं रहा. लेकिन Password तो हमने छुपा लिया, क्या पासवर्ड सुनने वाले प्वाइंट पर आपने ध्यान दिया? नहीं न...बता दें, हैकिंग के इस तरीके को Acoustic Side-Channel Attack कहते हैं. इस तरह ही पासवर्ड हैकिंग में आपके कीबोर्ड से निकलने वाले साउंड पर फोकस किया जाता है.
कैसे करता है साउंड को एनालाइज
TRENDING NOW
साउंड के एनालाइज करके हैकर्स आपके सिस्टम का पासवर्ड क्रैक करते हैं. इसके लिए वो एक एडवांस टूल का इस्तेमाल करते हैं, जो आपकी तरफ से टाइप किए लेटर्स और नंबर्स की जानकारी देता है. स्कैमर्स की तरफ से शुरू किया गया ये स्कैम कितना खतरनाक है, इस पर एक्सपर्ट की टीम ने एक्सपेरिमेंट किया. उन्होंने MacBook Pro 16 Inch का यूज किया, जो कि एक पावरफुल लैपटॉप है. इसी के साथ उन्होंने iPhone 13 Mini को मैक से थोड़ी दूर एक सॉफ्ट कपड़े पर रखा, जो साउंड कैप्चर कर सके.
इसके अलावा उन्होंने लैपटॉप में रिकॉर्डिंग फंक्शन को ऑन किया. इसके बाद इन सभी डेटा का इस्तेमाल एक AI बेस्ड स्मार्ट कंप्यूटर प्रोग्राम को सीखाने के लिए किया गया, जिसका काम टाइपिंग साउंड को ऑब्जर्ब करना है.
95% काम करता है ये तरीका
बता दें, ट्रेनिंग प्रोग्राम पूरा होने के बाद AI Program को टेस्ट किया गया. टेस्ट में सामने आया की AI आपके हर बटन के साउंड से पता लगा लेगा कि वो कौन सा है. रिपोर्ट में सामने आया कि 95% ये तरीका एकदम सही है.
कैसे करें बचाव?
आप आसानी से स्कैमर को धोखा दे सकते हैं. इसके लिए आपको अपनी टाइपिंग में थोड़ा चेंज लाना होगा. साथ ही आप Shift का यूज करके भी टाइपिंग कर सकते हैं. इससे प्रोटेक्शन को एक एक्सट्रा लेयर मिलेगी.
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
05:50 PM IST