स्मार्ट फीचर फोन की बढ़ती बिक्री से अगले तीन सालों में 28 अरब डॉलर के राजस्व के अवसर पैदा होंगे. काउंटरप्वाइंट के एक नए अध्ययन में यह जानकारी दी गई है. काउंटरप्वाइंट के शोध निदेशक नील शाह ने कह कि साल 2021 के अंत तक दुनिया भर में 30 करोड़ स्मार्ट फीचर फोन की बिक्री होने की संभावना है, जिससे इतना राजस्व पैदा होगा. साल 2018 में स्मार्ट फीचर फोन्स की मांग में भारत में सबसे बड़ा योगदान दिया था.

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स्मार्ट फीचर फोन एक डिवाइस है, जो पारंपरिक फीचर फोन के आकार और डिजायन में होता है, लेकिन इसमें एक चिपसेट और ऑपरेटिंग सिस्टम होता है, जो परिष्कृत स्मार्टफोन जैसे फीचर्स प्रदान करता है, जिसमें हाई स्पीड इंटरनेट एक्सेस के साथ ही ऐप्लिकेशन और सेवाओं का पारिस्थितिकी तंत्र शामिल है.

काउंटरप्वाइंट रिसर्च के एसोसिएट निदेशक तरुण पाठक ने कहा कि 2018 में साल-दर-साल आधार पर स्मार्ट फीचर फोन की वैश्विक मांग में 252 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि कुल फीचर फोन में स्मार्ट फीचर फोन की हिस्सेदारी महज 16 फीसदी रही.

पाठक ने कहा कि इस मांग में भारत का सबसे बड़ा योगदान है. हालांकि अमेरिका, ब्रिटेन, दक्षिण पूर्व एशिया और अफ्रीका जैसे बाजारों में स्मार्ट फीचर फोन की मांग बढ़ेगी. हमारा अनुमान है कि साल 2021 तक स्मार्ट फीचर फोन की वैश्विक फीचर फोन बाजार में हिस्सेदारी बढ़कर आधी से ज्यादा हो जाएगी.